पीएम प्रसाद के Coal India चेयरमैन चुने जाने की ये वजह रही महत्‍वपूर्ण

झारखंड
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रांची। सीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद कोल इंडिया (Coal India) के चेयरमैन चुने गए हैं। उनके नाम की अनुशंसा 3 मई को लोक उद्यम चयन बोर्ड ने इंटरव्‍यू के बाद कर दी। प्रसाद के साथ-साथ 7 आवेदक इंटरव्‍यू में शामिल हुए थे।

जानकारी हो कि 1 सितंबर, 2020 को पीएम प्रसाद ने सेन्ट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के सीएमडी का पदभार संभाला था। इससे पूर्व वे भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के सीएमडी के रूप में कार्यरत थे।

पीएम प्रसाद ने 1984 में उस्‍मानिया विश्वविद्यालय से बीई (खनन) में स्नातक करने के बाद अगस्त 1984 में कोल इंडिया लिमिटेड में नियुक्त हुए। तब से अप्रैल, 2015 तक उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारी से महाप्रबंधक तक के विभिन्न पदों पर वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (डब्‍ल्‍यूसीएल) और महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) में कार्य किया।

मई 2015 में वे एनटीपीसी में कार्यकारी निदेशक (कोयला खनन) के रूप में नियुक्त हुए। मार्च, 2016 में उन्होंने झारखंड के हजारीबाग स्थित एनटीपीसी की परियोजना के कार्यकारी निदेशक सह प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला। पकरीबरवाडीह कोल ब्लॉक में कोयला खनन परिचालन शुरू करने की चुनौती स्वीकार की।

फरवरी 2018 से जुलाई 2019 तक प्रसाद कोल इंडिया लिमिटेड की अनुषंगी कंपनी एनसीएल के निदेशक तकनीकी (परियोजना एवं योजना) भी रहे। खनन के क्षेत्र में उन्‍हें लगभग चार दशकों का लंबा अनुभव है।

प्रसाद के नेतृत्‍व में लंबे समय के बाद सीसीएल लक्ष्‍य से अधिक कोयला उत्‍पादन कर सका। इस साल सीसीएल ने 76 मिलियन टन को प्राप्‍त किया है। समावेशी विकास के लक्ष्‍य में अपनी महत्‍वपूर्ण भूमिका का निर्वहन भी किया है।

वर्तमान में कोयला और ऊर्जा केंद्र सरकार की प्राथमिकता में है। प्रसाद को दोनों सेक्‍टर में काम करने का अनुभव है। एनटीपीसी में कार्यकारी निदेशक (कोयला खनन) रहने के दौरान उन्‍होंने ऊर्जा सेक्‍टर के कामकाज को नजदीक से देखा है। कोयला सेक्‍टर में काम करने का उनका लंबा अनुभव है।

बताया जाता है कि कोयला मंत्रालय से लेकर राज्‍य सरकारों तक के ब्‍यूरोक्रेट में उनकी अच्‍छी पकड़ है। सीसीएल का कार्यभार संभालने के बाद लंबे समय से अटके कई प्रोजेक्‍ट अंतिम चरण तक पहुंचाने में सफल रहे। कई का अब भी पाइप लाइन में है।