तमिलनाडु के अधिनम महंत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपा सेंगोल, कल नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में होंगे शामिल

नई दिल्ली देश
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नई दिल्ली। विपक्ष (कांग्रेस) के हो-हल्ला के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र को तमिलनाडु के अधिनम ने मंत्रोउच्चारण के साथ शनिवार की शाम सेंगोल सौंप दिया है। एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने तमिलनाडु के अधिनम से मुलाकात की।

यहां बता दें कि रविवार को देश को नए संसद भवन की सौगात मिलने जा रही है। सेंगोल को लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी के बराबर में स्थापित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे।

तमिलनाडु से संबंध रखने वाले और चांदी से निर्मित एवं सोने की परत वाले ऐतिहासिक राजदंड (सेंगोल) को लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास स्थापित किया जाएगा।

अगस्त 1947 में सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के तौर पर प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को दिया गया यह रस्मी राजदंड इलाहाबाद संग्रहालय की नेहरू दीर्घा में रखा गया था। उद्घाटन समारोह का 20 विपक्षी दलों द्वारा बहिष्कार किए जाने के बीच, राजदंड को लेकर भी राजनीतिक विवाद छिड़ गया है।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार को दावा किया कि इस बारे में कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है, जिससे यह साबित होता हो कि लॉर्ड माउंटबेटन, सी राजगोपालाचारी और पंडित जवाहरलाल नेहरू ने ‘सेंगोल’ को ब्रिटिश हुकूमत द्वारा भारत को सत्ता हस्तांतरित किए जाने का प्रतीक बताया हो।


‘सेंगोल’ पर कांग्रेस के रुख को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस को अपने व्यवहार पर अच्छी तरह से विचार करने की आवश्यकता है। उन्होंने पार्टी के इस दावे की निंदा की कि 1947 में ‘सेंगोल’ को ब्रिटेन द्वारा भारत को सत्ता सौंपे जाने का प्रतीक होने का कोई उदाहरण नहीं है।