मुंबई। बड़ी खबर यह आ रही है कि शरद पवार ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। यानी शरद पवार ही एनसीपी के अध्यक्ष बने रहेंगे। इससे पहले पार्टी की 18 सदस्यों वाली कमेटी ने इस्तीफा नामंजूर कर दिया था।
मीटिंग के दौरान NCP कमेटी ने कहा था कि सक्रिय राजनीति में रहते हुए शरद पवार ही पार्टी अध्यक्ष बने रहेंगे। इसको लेकर शुक्रवार शाम को शरद पवार ने वाईबी चव्हाण सेंटर में प्रेस कांफ्रेंस की और अपना इस्तीफा वापस लेने की घोषणा कर दी।
शरद पवार ने कहा कि 2 मई, 2023 को मेरी आत्मकथात्मक पुस्तक ‘लोक भूलभुलैया संगति’ के विमोचन के अवसर पर मैंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। सेवानिवृत्त होने के अपने निर्णय की घोषणा की। सार्वजनिक जीवन में 63 साल की लंबी सेवा के बाद पद छोड़ने का फैसला मेरा खुद का था। लेकिन मेरे फैसले ने लोगों के बीच मजबूत भावनाएं पैदा कीं।
उन्होंने कहा कि मेरा फैसला सुनकर पार्टी कार्यकर्ता, पदाधिकारी और मेरे सहयोगी मायूस हो गए। मेरे सभी शुभचिंतकों ने एक स्वर से मुझसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की। उसी समय, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, मेरे सहयोगियों और पूरे देश और विशेष रूप से महाराष्ट्र के शुभचिंतकों ने मुझे अपना निर्णय बदलने के लिए राजी किया।
पवार ने कहा कि सभी के द्वारा की गई अपील को ध्यान में रखते हुए एवं समिति के निर्णय का सम्मान करते हुए मैं पद छोड़ने का अपना निर्णय वापस ले रहा हूं। कार्यकर्ताओं का अनादर नहीं कर सकता हूं। भले ही मैं यह फैसला ले रहा हूं, मुझे लगता है कि पार्टी में नए नेतृत्व का निर्माण होना चाहिए और मैं इसके लिए काम करूंगा। राहुल गांधी, सीताराम येचुरी और अन्य कई ने कहा कि विपक्ष की एकजुटता के लिए मेरी मौजूदगी जरूरी है।
अजित पवार के प्रेस कांफ्रेस में नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पीसी में हर कोई नहीं आता है। पार्टी के सभी सीनियर नेता अजीत पवार सहित पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता प्रस्ताव पारित करने में शामिल थे। मैंने अपने साथियों को भरोसे में नहीं लिया था, क्योंकि मुझे लगा था कि वे मुझे ऐसा नहीं करने देंगे। प्रतिक्रिया को देखते हुए मैंने अपना निर्णय वापस लिया है। पूरी टीम सक्षम है। मैंने उन्हें मौका देने के लिए इस्तीफा का फैसला लिया था।