भविष्य बचाने के लिए पर्यावरण का संरक्षण जरूरी : तनमय सिन्हा

झारखंड
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  • लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट प्रोग्राम के तहत कार्यक्रम

रांची। जिस रफ्तार से पर्यावरण खत्म हो रहा है, उसी तीव्रता से हमारे ऊपर संकट मंडरा रहा है। इस संकट से बचने का एकमात्र उपाय पर्यावरण और सभी प्रकार के जलस्रोतों का संरक्षण जरूरी है। उक्त बातें उषा मार्टिन के प्वार प्लांट प्रमुख तनमय सिन्हा ने कहीं। वह लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट (लाइफ) प्रोग्राम के तहत आयोजित कार्यक्रम में 18 मई को बोल रहे थे।

कार्यक्रम का आयोजन टाटीसिलवे स्थित कारखाने के सभागार में किया गया था। इस कार्यक्रम में 20 से अधिक गांवों से आये ग्रामीणों को मल्चिंग और कम्पोजिटिंग के लिए कृषि अवशेषों का उपयोग करने, मिट्टी के जैविक पदार्थ और जल कुशल फसलों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और संवेदीकरण पर जानकारी उपलब्ध करायी गयी, ताकि टिकाऊ और लाभकारी विकास का लक्ष्य पाया जा सके।

इस अवसर पर एचआर हेड एनएन झा ने कहा कि जंगल और जल पर संकट है, तो वह संकट हमको चारों दिशाओं से घेर रहा है। इससे बचने के लिए हर एक व्यक्ति को प्रयास करना होगा। हमें पंचायत को प्लास्टिक मुक्त करना होगा। गांवों में जल संरक्षण की संरचना का विकास और पौधरोपण को बढ़ावा देना होगा। इससे जीवन में खुशहाली आयेगी।

झा ने कहा कि उषा मार्टिन ड्रिप इरिगेशन को बढ़ाने के लिए किसानों के साथ काम कर रही है। हमारा परिचालन क्षेत्र सूखा प्रवण क्षेत्र में आता है। हम पानी को बचाने और इसके उपयोग को बहुत सावधानी से करने के लिए किसानों को अपनी व्यावसायिक योजना के अनुसार ड्रिप इरिगेशन के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।

इस अवसर पर डॉ मयंक मुरारी ने बताया कि कारखाने के इर्द गिर्द के 18 गांवों के 33 किसानों का चयन कर उनको ड्रिप इरिगेशन से जोड़ा गया है। इसमें से 16 मासू और उलतू (सिलवाई) गांव से आते हैं। यह हमारा फोकस एरिया है। प्रशिक्षक अमित ने ड्रिप इरिगेशन में आने वाली तकनीकी परेशानी को दूर करने के उपाय पर जानकारी दी।

अर्जुन महतो ने नई तकनीक के माध्यम से मोटा अनाज के पैदावर को बढ़ाने के उपायों को बताया। इस अवसर पर विभिन्न गांवों के प्रगतिशील किसानों में सरिता देवी, शांति देवी, सुमित्रा देवी, सोनालाल मुंडा, भदया महतो, बैजनाथ महतो, शशिकांत कुजूर, घुमेश्वर मुंडा, मधुसूदन मुंडा, अघनू मुंडा, किसुन मुंडा आदि उपस्थित थे।