भारतीय भावना के अनुरूप तैयार की गई है नई शिक्षा नीति : प्रो चौधरी

झारखंड
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  • गोस्सनर कॉलेज में सेमिनार का आयोजन

रांची। गोस्सनर कॉलेज के आईक्यूएसी और झारखंड फिलॉसॉफिकल फोरम के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय सेमिनार 15 मई को हुआ। इसका विषय ‘नई शिक्षा नीति 2020 का दर्शन’ था। मुख्य अतिथि सह मुख्य वक्ता सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय (दुमका) के मानविकी संकाय के अध्यक्ष सह दर्शनशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ रवींद्र के एस चौधरी थे।

डॉ चौधरी ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 भारत के दर्शन, संस्कृति, धर्म की आवश्यकता के अनुरूप तैयार की गई नीति है। यह भारतीय दर्शन के समावेशन की अवधारणा पर आधारित है। पूर्व की शिक्षा नीति मैकाले द्वारा थोपी गई थी। इसने हमारी राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक चेतना को कुंठित कर दिया था। वर्तमान शिक्षा नीति में अनुभूति मूलक शिक्षा पद्धति पर जोर देते हुए भविष्य की चुनौतियों पर भी बल दिया गया है। सांस्कृतिक रूप से इसकी जड़ें गहरी है। 

विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद जेपीएफ के अध्यक्ष डॉ अशरफ बिहारी ने कहा कि नई शिक्षा नीति भारत को वैश्विक शक्तिशाली बनाने के साथ-साथ मानव की पूर्ण क्षमताओं को प्रकट करने का माध्यम बनेगी।

झारखंड फिलॉसॉफिकल फोरम के सचिव डॉ प्रदीप कुमार सिन्हा ने कहा कि नई शिक्षा नीति युवाओं को भ्रम से निकालकर उन्हें रोज़गारोन्मुखी बनायेगी। 

कार्यक्रम के संयोजक सह दर्शनशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार गुप्ता ने कार्यक्रम का विषय-प्रवेश कराते हुए इसकी उपादेयता, महत्व पर विस्तार से चर्चा की।

कार्यक्रम की संरक्षक सह गोस्सनर महाविद्यालय की प्रोफेसर इंचार्ज प्रो इलानी पूर्ति ने कहा कि शिक्षा का अर्थ उस पूर्णता की अभिव्यक्ति है, जो सब मनुष्यों में पहले से ही व्याप्त है। सेवा भाव से शिक्षा का प्रसार होना चाहिए।

कार्यक्रम के दूसरे सत्र (इंटरेक्टिव सेशन) में प्रश्नोत्तर द्वारा प्राध्यापकों की जिज्ञासा का समाधान किया गया। अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय की प्रोफेसर इंचार्ज ने किया।

मौके पर विभिन्न महाविद्यालयों से पूर्व प्रोफेसर डॉ रणभूषण प्रसाद, डॉ फूलमणि धान, डॉ सविता मिश्र, डॉ प्रमोद कुमार सिंह, डॉ उषा किरण, डॉ निवेदिता कुमारी, डॉ जेनेट एंड्रू, डॉ इंद्रजीत प्रसाद सिंह मौजूद थे।

गोस्सनर महाविद्यालय से प्राचार्य प्रो इलानी पूर्ति‍, वर्सर प्रो आशा रानी केरकेट्टा, प्रो प्रवीण सुरीन, डॉ एसके सेनगुप्ता, डॉ बलबीर केरकेट्टा, प्रो विनय जॉन, डॉ ज्योति टोप्पो, डॉ ईवा मार्ग्रेट हांसदा, डॉ अनिता अंजू खेस, डॉ बिंदू सोरेन, डॉ दिव्या कोनगाड़ी, प्रो डिम्पल मिंज, प्रो पुलिन केरकेट्टा, डॉ निधि सिंह, प्रो प्रियंका सोरेंग, प्रो निशा सोरेंग, प्रो अनुपमा पूर्ति, प्रो सुषमा केरकेट्टा, प्रो अदिति टोप्पो, प्रो आकांक्षा  तिग्गा, प्रो गोल्डेन महिमा बिलुंग, डॉ सीमा टेटे, प्रो नुतनलता, प्रो रश्मि हेम्ब्रम, प्रो सुषमा मुंडू, प्रो जेनिस धान, डॉ हराधान कोइरी, डॉ कोरनेलियुस मिंज, डॉ वर्षा शालिनी कुल्लू, डॉ आरती कुमारी आदि मौजूद थे।

कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रशांत गौरव और धन्यवाद कॉमर्स विभाग के प्राध्यापक सह आईक्यूएसी के समन्वयक डॉ अजय कुमार ने किया।