- लड़कियां जिस तरह आगे बढ़ रहीं, संकेत है कि समाज अच्छे दिशा में जा रहा : उपायुक्त
जमशेदपुर। जिला स्तरीय सम्मान समारोह में JAC 10वीं की स्टेट टॉपर श्रेया सोनगिरी, जिला के टॉपर में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले कुणाल पाल एवं तीसरे स्थान पर रहीं सोनल कुमारी को उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों ने सम्मानित किया। इस अवसर पर बच्चों के माता पिता को भी शॉल ओढ़ाकर एवं बुके देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम समाहरणालय सभागार में 24 मई को हुआ था।
इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि आपकी इस उपलब्धि ने जिले का गौरव बढ़ाया है। आगे नित नई ऊचाइयों को छुएं, ऐसी शुभकामना है। समाचारों में बेटियां ही छाई हुई है। बेटियां जिस तरह आगे बढ़ रही हैं, ये संकेत है कि समाज अच्छे दिशा में जा रहा। उन्होंने कहा कि स्टेट व जिला के टॉपर से यह मिथ्या भी टूटा है कि शहर या अंग्रेजी माध्यम के बच्चे ही अच्छा कर सकते हैं।
स्टेट टॉपर आदिवासी उच्च विद्यालय (पुरनापानी, चाकुलिया) की छात्रा श्रेया सोनगिरी ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता एवं शिक्षकों को दिया। उसने कहा कि वह नियमित 6 घंटे तक अध्ययन करती थीं। शिक्षक पिता से साइंस और मैथ्स की पढ़ाई की। अन्य किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया। वे आगे शिक्षक बनना चाहती हैं।
जिला के टॉपर में दूसरे स्थान पर रहे कुणाल पाल (आदिवासी उच्च विद्यालय, पुरनापानी, चाकुलिया) ने बताया कि उन्होंने भी बिना कोचिंग के ही यह सफलता हासिल की। विद्यालय द्वारा उपल्बध कराये गए नोट्स एवं मासिक मूल्यांकन परीक्षा और ऑनलाइन क्लास से जुड़ने का काफी फायदा हुआ। वे आगे कमर्शियल पायलट बनना चाहते हैं।
जिले की तीसरी टॉपर सोनल कुमारी (प्रगति सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, जमशेदपुर) ने कहा कि वह डॉक्टर बनना चाहती हैं। वे पूरे साल नियमित 6 से 7 घंटे तक पढ़ाई करती रहीं। हालांकि परीक्षा नजदीक आने पर 12-14 घंटे भी पढ़ाई की।
केजीबीवी व जेबीएवी के सभी बच्चों पास
JAC 10वीं बोर्ड परीक्षा में जिले के सभी आवासीय विद्यालय का बेहतर प्रदर्शन रहा। सभी 9 केजीबीवी व 2 जेबीएवी से इस वर्ष 682 छात्र-छात्राओं में से 681 छात्राओं ने परीक्षा दी। (एक छात्रा चेचक होने की वजह से 2 पेपर नहीं दे पाई) इसमें 619 छात्र-छात्रायें फर्स्ट डिविजन एवं 62 छात्रों ने सेकेंड डिविजन से परीक्षा पास किया। केजीबीवी पोटका, केजीबीवी धालभूमगढ़, केजीबीवी बहरागोड़ा तथा झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय गुड़ाबांदा के सभी बच्चों ने फर्स्ट डिविजन से परीक्षा पास किया।
उपायुक्त ने इस उपलब्धि पर शिक्षा विभागीय पदाधिकारी, शिक्षक, वार्डन आदि को विशेष रूप से बधाई देते हुए कहा कि निश्चित ही यह गर्व का पल है। जहां आवासीय विद्यालय में रहने वाले बच्चे पूरी तरह से प्रशासन की देखरेख में रहते हैं, सभी से अच्छे रिजल्ट की भी अपेक्षा थी, जिसे उन्होंने पूरा भी किया।