कोलकाता। कोल इंडिया (Coal India) ने कामगारों के वेतन के लिए 9252 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इसकी जानकारी कोल इंडिया ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड को दी है। भत्तों में हुई वृद्धि से पड़ने वाले इम्पैक्ट की जानकारी बाद में देने की बात कही है।
कोल इंडिया के कंपनी सचिव बिजय प्रकाश दुबे ने 22 मई, 3023 को पत्र लिखा है। इसमें बताया है कि कोयला कामगारों के वेतन समझौते के लिए ज्वाइंट बाइपरटाइट कमेटी (JBCCI)-XI का गठन किया गया था। इसमें प्रबंधन और पांच यूनियन प्रतिनिधियों थे। प्रबंधन की ओर से कोल इंडिया लिमिटेड, सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड के प्रतिनिधि थे। पांच केंद्रीय ट्रेड यूनियनों में (BMS, HMS, AITUC, CITU और INTUC) के प्रतिनिधि शामिल हैं।
जेबीसीसीआई की 20 मई 2023 को आयोजित 10वीं बैठक में राष्ट्रीय कोयला वेतन समझौते की सिाफारिश की और उसपर हस्ताक्षर किए। वेतन समझौता 1 जुलाई, 2011 से पांच साल की अवधि के लिए है।
वेतन समझौते में 1 जुलाई, 2021 से 19% MGB दिया गया है। इसकी गणना 30 जून, 2021 के (बेसिक, वीडीए, एसडीए और अटेंडेंस बोनस) पर की जाएगी। भत्तों में 25% की वृद्धि वेतन समझौते में दी गई है। इसके लागू होने से कोल इंडिया और एससीसीएल में 1 जुलाई, 2021 को कार्यरत लगभग 2.81 लाख कर्मचारी को इसका लाभ होगा।
कोल इंडिया ने 21 महीने की अवधि के लिए 9252.24 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। यह राशि 1 जुलाई, 2021 से 31 मार्च, 2023 तक के लिए है। भत्तों में 25% की वृद्धि के अंतिम प्रभाव के बारे में शीघ्र ही सूचित किया जाएगा। इसके बहुत अधिक होने की संभावना नहीं है।