कस्तूरबा गांधी विद्यालय की इन 10 बच्चियों ने जेईई मेंस किया क्वालिफाई

झारखंड
Spread the love

  • एलिसा हस्सा ने 87 परसेंटाइल लाकर 1788 रैंक प्राप्त किया

खूंटी। कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की दस छात्राओं ने JEE-MAIN 2023 क्वालिफाई किया है। ये उपलब्धि उपायुक्त शशि रंजन की पहल पर शुरू किये गए ‘सपनों की उड़ान’ कार्यक्रम का परिणाम है।

10 छात्राएं उपलब्धि हासिल कर अन्य छात्राओं के लिए भी उदाहरण बनी है। इससे विद्यालय, खूंटी परिवार, वार्डन, शिक्षिका, सभी बच्चियों में खुशी का वातावरण है। शैक्षणिक सत्र 2021-23 में द्वितीय फेज में इंजीनियरिंग के लिए 18 और मेडिकल के लिए 39 यानी 57 छात्राएं नामांकित हैं। इसमें इंजीनियरिंग की 10 छात्राओं ने JEE Mains की परीक्षा उत्तीर्ण की है।

इसने परीक्षा पास की

01 – एलिसा हास्सा

02 – सोहनी बाखला

03 – एजेंल सियोन तोपनो

04 – मेरी कण्डुलना

05 – सरस्वती कुमारी

06 – सुचिता सुरीन

07 – पुष्पा कण्डुलना

08 – संतोषी कुमारी

09 – श्रुति कुमारी

10 – निशा कुमारी

जिला प्रशासन उक्त छात्राओं को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (कालामाटी) में JEE Advance की परीक्षा की तैयारी कराएगी। सभी छात्राओं की Counseling में आवश्यक सहयोग प्रदान करते हुए उच्च शिक्षण संस्थानों में नामांकन दाखिला का प्रयास करेगी।

आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत खूंटी के छात्र-छात्राओं को उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर करने के उद्देश्य से एक अनोखी पहल का परिणाम अब सकारात्मक रूप से प्रदर्शित हो रहा है।

इस पहल में ‘सपनों की उड़ान’ कार्यक्रम के माध्यम से जिले के छात्राओं के लिए सुदृढ शिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित करने का प्रयास है। इसके लिए खूंटी जिला के कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय के 11वीं एवं 12वीं की छात्राओं को भौतिक, रसायन, जीव विज्ञान एवं गणित विषयों में सुदृढ़ करते हुए आईआईटी एवं मेडिकल परीक्षा में उत्तीर्ण कराने के उद्देश्य से ऑनलाइन/ऑफलाइन शिक्षा प्रदान की जा रही है। इन छात्राओं को जिला प्रशासन द्वारा अपेक्षित सहयोग कर उन्हें आई.आई.टी व मेडिकल की तैयारियों के लिए अग्रसर किया जा रहा है।

छात्राओं ने अनुभव किए साझा

उत्तीर्ण हुई छात्राओं ने अपने अनुभव साझा किये, उन्होंने कहा कि किस प्रकार सपनो की उड़ान अभियान से जुड़कर उपायुक्त के निरन्तर सहयोग और इस पहल से उन्होंने अपने उज्ज्वल भविष्य का सपना देखा। छात्रा निशा कुमारी ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा कि ये सपना पूरा होना सम्भव है। उनके घर से वो पहली इंजीनियर बनेगी। उन्होंने जिला प्रशासन की इस पहल पर आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही एंजल बताती हैं कि  सूदुर क्षेत्र से निकलकर आज JEE क्वालिफाई किया है, ये मेरे लिए उपलब्धि है और ये आत्मविश्वास अब बढ़ता ही जायेगा।

छात्राओं ने कहा कि सपनों की उड़ान कार्यक्रम से जुड़कर ये पता चला कि तैयारी किस प्रकार करनी है। कड़ी मेहनत करने का हौसला मिला। उन्होंने कहा कि सपने देखना जरूरी है, तभी सपनों को पूरा करने की राह मिलेगी।

खूंटी जिले के भौगोलिक परिवेश को देखते हुए सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाली, आर्थिक रूप से पिछड़ी, अनाथ एवं एकल अभिभावक छात्राओं की शिक्षा में अपेक्षित प्रगति एवं बालिकाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने के उद्देश्य से उपायुक्त की नई सोच के क्रियान्वयन एवं दिशा निदेश में आकांक्षी जिला कार्यक्रम अन्तर्गत ‘सपनों की उड़ान’ कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी।

सपनों की उड़ान कार्यक्रम जिले का एक बेहद महत्वपूर्ण एवं नवाचार आधारित कार्यक्रम है। जिला प्रशासन के सहयोग से कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के कक्षा 12वीं के विज्ञान संकाय में नामांकित छात्राओं के लिये मेडिकल एवं इंजीनियरिंग संस्थानों में नामांकन की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग की व्यवस्था की गई है।

इसके तहत् प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान करियर प्वायंट, कोटा, राजस्थान की रांची शाखा के माध्यम से छात्राओं को कोचिंग कराया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा इस कार्यक्रम के संचालन से सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहनेवाली आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को आगे बढ़ने का बेहतर अवसर प्राप्त हुआ है।