Coal India : रांची। कोल इंडिया की सहायक कंपनी सीसीएल ने इतिहास रच दिया। कंपनी ने वर्ष 2022-23 में 76.09 मिलियन टन उत्पादन किया। यह कंपनी की स्थापना से लेकर अब तक का सबसे अधिक है। इसके साथ ही कंपनी ने लक्ष्य को भी पार कर दिया। यह जानकारी 1 अप्रैल को कंपनी मुख्यालय में सीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद ने मीडिया को दी।
11 फीसदी का ग्रोथ
सीएमडी ने बताया कि कंपनी को 76 मिलियन टन का लक्ष्य दिया गया था। पिछले साल की तुलना में 11 प्रतिशत का ग्रोथ करते हुए लक्ष्य से अधिक उत्पादन किया। बीते साल 68.85 मिलियन टन उत्पादन हुआ था। लगातार दूसरे साल कंपनी ने डबल डिजिट में उत्पादन की बढ़ोतरी जारी रखी।
ऑफटेक में पीछे
सीसीएल ऑफटेक के लक्ष्य 76 एमटी की तुलना में 75.03 मिलियन टन ही कोयला भेज सकी। हालांकि पावर सेक्टर को 64.4 मिलियन टन कोयला भेजी। पिछले साल की तुलना में 7 प्रतिशत का इजाफा करते हुए 107 मिलियन क्यूबिक मीटर ओबीआर हटाया।
70 फीसदी आउटसोर्स
सीएमडी ने बताया कि रिकॉर्ड उत्पादन में आउटसोर्स की भागीदारी 70 फीसदी रही है। यानी 76 एमटी में करीब 53 मिलियन टन कोयला का उत्पादन ठेकेदारी से हुआ है। भूमिगत खदान से भी रिकॉर्ड 7.03 एमटी का उत्पादन हुआ है।
लक्ष्य 84 एमटी का
सीएमडी ने बताया कि कंपनी को वर्ष 2023-24 के लिए 84 मिलियन टन का टारगेट दिया गया है। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में कई परियोजना को स्टेज टू का क्लीयरेंस मिलने वाला है। इससे लक्ष्य पाया जा सकेगा।
161 को रोजगार
पिछले वित्तीय वर्ष में सीसीएल ने भूमि अधिग्रहण के क्रम में 161 लाभार्थियों को स्थायी रोजगार मुहैया कराया है। कार्बन उर्त्सजन कम करने के दिशा में कार्य करते हुये पिपरवार क्षेत्र में लगभग 143 करोड़ के लागत से 20 मेगावाट सौर उर्जा प्लांट स्थापना करने जा रहा है। कमांड क्षेत्रों में पिछले वर्ष 178.85 हेक्टेयर क्षेत्र में 3 लाख 75 हजार से अधिक पौधरोपण किया गया है।
इन क्षेत्रों से इतना उत्पादन
आम्रपाली ओसी : 18 एमटी
मगध ओसी : 15.6 एमटी
अशोका ओसी : 10.7 एमटी
एकेके ओसी : 6.3 एमटी
नार्थ उरीमारी : 4.2 एमटी