उत्तर प्रदेश। कहते हैं न बुरा काम का बुरा नतीजा। माफिया डॉन अतीक के साथ यही हुआ। अगर अतीक अहमद अपराध के पाप की कीमत समझकर पहले ही खबरदार हो जाता, तो आज का दिन ना आता। ये बात अब अतीक के मन में चल रही है। यही कारण है कि अब वह बेटे की मौत का जिम्मेदार खुद को मान रहा है और यूपी पुलिस से बेटे की मिट्टी (अंतिम संस्कार) में जाने की गुहार लगा रहा है।
दरअसल, यूपी एसटीएफ ने गुरुवार दोपहर को अतीक के बेटे और उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रहे इनामी असद और उसके साथी को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। संयोग की बात है कि जब झांसी के बड़ागांव थानाक्षेत्र में ये एनकाउंटर हो रहा था, ठीक उसी समय अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को प्रयागराज के कोर्ट में पेश किया जा रहा था। जैसे ही अतीक को बेटे की मौत की खबर मिली, तो वह रो पड़ा। वहीं अशरफ भी हैरान था। इन्हें मानो यकीन ही नहीं हो रहा था कि करीब 45 दिनों से फरार चल रहा असद पुलिस की गोली का शिकार बन जाएगा।
अब बेटे की मौत का जिम्मेदार अतीक खुद को बता रहा है। कोर्ट से बाहर आते वक्त असद के बारे में पूछे जाने पर उसने कहा कि ये सब उसकी वजह से हुआ है। उसने ये भी पूछा कि असद को कहां दफनाया जाएगा। अब वह असद की मिट्टी में जाना चाहता है और यूपी पुलिस से इसकी व्यवस्था कराए जाने की गुहार लगा रहा है।
असद और मोहम्मद गुलाम आज झांसी में बड़ागांव और चिरगांव थाना क्षेत्र के बीच पारीछा डैम के इलाके में छिपे बैठे थे। यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि असद और गुलाम को जिंदा पकड़ने की कोशिश की गई थी, लेकिन इन्होंने STF की टीम पर फायर किया, उसके बाद एनकाउंटर में मार गिराया गया। 12 पुलिसकर्मियों की टीम ने एनकाउंटर को अंजाम दिया।
बताया जा रहा है कि असद और मोहम्मद गुलाम एक मोटरसाइकिल से जा रहे थे। तभी पुलिस और यूपी एसटीएप की टीम ने दोनों को रोकने की कोशिश की। इस दौरान असद और मोहम्मद गुलाम ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। दोनों ओर से करीब 40 राउंड फायरिंग हुई और दोनों शूटर असद और गुलाम को मार गिराया गया है। इनके पास से एक ब्रिटिश बुलडॉग रिवॉल्वर और वॉल्थर पिस्टल मिली है।
असद और गुलाम के एनकाउंटर के बाद दैनिक भारत 24। कॉम से बात करते हुए यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने कहा कि उमेश पाल के शूटरों की तलाश में हमारी कई टीम लगी हुई थी। हर टीम किसी न किसी एंगल पर काम कर रही थी। आज हमें सूचना मिली, जिसके बाद हुए एनकाउंटर में दो अपराधी मारे गए हैं, बाकी अपराधियों की तलाश जारी है। हम जल्द ही उनके तक पहुंच जाएंगे।
उमेश पाल हत्याकांड में नाम सामने आने के बाद बीते दिनों में अतीक अहमद ने मीडिया के सामने कई बयान दिए। उसने कहा कि उसके परिवार को न घसीटा जाए। न्याय व्यवस्था पर उसे भरोसा है। उसने अन्य कई बयानों को लेकर डॉ। कृष्णा दत्त ने अतीक के क्रिमिनल माइंडसेट को समझाया। उन्होंने कहा कि अतीक की बॉडी लैंग्वेज बताती है कि वह हमदर्दी लेने का प्रयास कर रहा है। अतीक के जवाब देने के बाद जब असद पर सवाल किया गया, तो वह भड़क गया। यह दिखाता है कि उसका दिमाग अभी भी सचेत है।
असद को शरण देने के मामले में दिल्ली पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जावेद, जीशान और खालिद को पकड़ा था। आर्म्स एक्ट से जुड़े मामले में पुलिस ने अवतार सिंह को गिरफ्तार किया था। अवतार ने खुलासा किया था कि उसने जीशान और खालिद को 10 हथियार सप्लाई किए थे।
पूछताछ के दौरान खालिद और जीशान ने बताया था कि इन्होंने असद और गुलाम को दिल्ली में सीक्रेट ठिकाने पर शरण दी थी। इसके बाद पुलिस ने 31 मार्च को जावेद को गिरफ्तार किया था। जावेद ने बताया था कि उमेश पाल की हत्या के बाद असद और गुलाम उससे मिले थे।
शूटर असद और गुलाम के मारे जाने पर उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की और कहा कि न्याय दिलाने वाला सबसे बड़ा होता है। सीएम योगी मेरे पिता के समान हैं। आज उन्होंने न्याय दिलाया है। वहीं उमेश पाल की मां ने कहा कि जो भी आज पुलिस ने किया है, इसी तरह सरकार करती रहे, मेरे बेटे की आत्मा को शांति मिलेगी।
उमेश पाल हत्याकांड में फरार असद अहमद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने UP STF के साथ साथ DGP,स्पेशल DG क़ानून व्यवस्था और पूरी टीम की सराहना की। प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने इस एनकाउंटर की जानकारी सीएम योगी को दी। इस पूरे मामले CM के सामने रिपोर्ट रखी गई।