पटना। सोमवार की शाम बिहार विधानसभा के कैंपस में राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव मीडिया से बात करते हुए अचानक म्याऊं-म्याऊं करने लगे। तेजस्वी के म्याऊं बोलते ही उनके बगल में खड़े आरजेडी के विधायक और दूसरे नेता हंसने लगे। आरजेडी अध्यक्ष और तेजस्वी यादव के पिता लालू यादव के रेलमंत्री कार्यकाल में जमीन के बदले नौकरी घोटाला को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापों में मिले नकद और जेवरात को लेकर तेजस्वी यादव मीडिया को बयान दे रहे थे।
तेजस्वी यादव ने मीडिया से कहा- “अभी खबर चलाएंगे। ये मिला। वो मिला। शेर जैसा दहाड़ेंगे। और दस दिन बाद म्याऊं।” असल में तेजस्वी यादव ने कहा कि इस बार भी जांच एजेंसी को छापा में कुछ नहीं मिला है। यादव ने कहा कि बीजेपी उनसे हार मान चुकी है और हाथ खड़े कर चुकी है। तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी इसी हार की खुन्नस में छापे मरवा रही है।
बता दें कि रेलवे के लैंड ऑफ जॉब स्कैम में पिछले सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री और तेजस्वी की मां राबड़ी देवी से पटना में सीबीआई ने पूछताछ की थी। मंगलवार को दिल्ली में पूर्व सीएम लालू यादव से भी पूछताछ हुई। शुक्रवार को पटना, दिल्ली और रांची के करीब 24 ठिकानों पर ईडी ने रेड मार दिया। ये सारे ठिकाने तेजस्वी यादव के अलावा लालू-राबड़ी की बेटियों चंदा यादव, रागिनी यादव और हेमा यादव के घर पर मारे गए थे।
ईडी के सूत्रों ने मीडिया को बताया था कि शुक्रवार को देशव्यापी रेड में कुल 70 लाख कैश, 2 किलो सोना के जेवर और सिक्के और 900 अमेरिकी डॉलर मिला था। इसी बरामदी को लेकर तेजस्वी यादव ने मीडिया से कहा कि छापा को लेकर अभी बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, लेकिन दस दिन बाद ये सब बातें करने वाले गायब हो जाएंगे।
सीबीआई ने तेजस्वी यादव को भी इस मामले में पूछताछ के लिए समन भेजा था, लेकिन खराब तबीयत के बाद अस्पताल में भर्ती पत्नी का हवाला देकर वो नहीं गए। सीबीआई उनको फिर से समन भेजने की तैयारी कर रही है। ईडी की रेड में तेजस्वी यादव दिल्ली में जिस घर पर मिले थे, वो घर जॉब फॉर लैंड घोटाले की एक आरोपी कंपनी के नाम रजिस्टर्ड है। हालांकि ये वो कंपनी है, जिसका मालिकाना हक राबड़ी देवी बहुत पहले हासिल कर चुकी हैं।