रांची। होली है तो मौका है झूमने का, गाने का, रंग गुलाल से सराबोर हो जाने का। ऐसा ही अंदाज कांके रोड स्थित गांधीनगर के श्यामनगर में देखने को मिला। पारंपरिक वेशभूषा में मुहल्ले के बच्चे अपने साथियों के साथ होलिया में उड़े रे गुलाल…, होली खेले रघुवीर अवध में… के गीत पर जमकर थिरके। इस दौरान होली का उत्साह, उमंग और उल्लास चरम पर नजर आया।
बाद में इन सभी बच्चों ने एक साथ भोजन का भी आनंद उठाया।मौके पर सोनू और चंदू ने कहा कि होली ऐसा त्योहार है, जिसमें हर कोई शामिल होता है। मुहल्ला भी एक घर-परिवार जैसा ही होता है। इसलिए हम सभी के साथ होली मना रहे हैं।
इधर आईआईसीएम से पहुंचे साथियों के साथ अनिल कुमार यादव ने भी जमकर होली खेली। छत पर महफिल सजा। खाने और खिलाने का दौर देर तक चलता रहा। उमंग, उल्लास का आलम यह था कि भाई नीतेश ने जानवरों को भी होली के रंग में रंग दिया।
हालांकि शाम में कुछ लोगों को छोड़कर मुहल्ले के अधिकांश लोग अपने घरों से नहीं निकले। अन्य दिनों की भांति शाम में ही अपने-अपने घरों में कैद हो गए। रामाशंकर अपने परिवार के साथ निकले और अबीर-गुलाल लगाकर एक-दूसरे को होली की बधाई और शुभकामनाएं देते नजर आए। मुहल्ले में होली मनाने दूर-दराज से पहुंचे चंदू और सोनू के साथियों की टोलियों में शामिल राहुल, विशाल, रवि, शशि, सौरभ, सुशांत और रवि ने खूब धमाल मचाया।