पायलट को कॉकपिट में गुजिया खाना पड़ा बेहद भारी, जानें आगे क्या हुआ

नई दिल्ली देश
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नई दिल्ली। कॉकपिट में गुजिया खाना पायलट को बेहद भारी पड़ गया। मामला इतना बढ़ गया कि पायलट को सस्पेंड कर दिया गया। अब सोचने में तो ये बिल्कुल आसान लगता है कि महज कॉकपिट में गुजिया खाने से किसी पायलट को क्यों सस्पेंड किया गया,  लेकिन इसका कारण बड़ा है।

दरअसल, ये नियमों के खिलाफ था। बता दें कि पायलट जब प्लेन उड़ाते हैं, तो उन्हें फ्लाइट के कॉकपिट से जुड़े कुछ नियमों का पालन करना होता है। प्लेन में कॉकपिट वो केबिन या जगह होती है। जहां पायलट और को-पायलट विमान उड़ाने का काम करते हैं। यह केबिन पायलट और को-पायलट के लिए एक ऑफिस का काम करता है। जहां पर पायलट को सभी जानकारियां मिलती हैं। वहीं, यहां विमान का 90 फीसदी कंट्रोल रहता है। ऐसे में यह जगह प्लेन में सबसे महत्वपूर्ण होती है।

हर एयरलाइन की एक नीति होती है जो कि काफी मिलती जुलती होती है। इसमें फूड को लेकर भी खास नियम होते हैं। जैसे कुछ फ्लाइट में प्लेन उड़ाते वक्त पायलट को कॉफी पीने की भी मनाही होती है, जबकि कुछ एयरलाइंस में इसकी छूट होती है। इसके साथ ही सभी एयरलाइंस पायलट के कॉकपिट में कुछ भी खाने पर प्रतिबंध रखती हैं।

इसके साथ ही एयरलांइस के नियमों के अनुसार पायलट फ्लाइट से 8 घंटे पहले ऐल्कॉहल नहीं ले सकते हैं। पायलट कॉकपिट में किताब नहीं पढ़ सकते। हालांकि इस बीच न्यूजपेपर पढ़ने की छूट दी जाती है। क्योंकि इसमें अलग-अलग आर्टिकल होते है जो कि किसी भी तरह से इन्वॉल्व नहीं होते हैं।

पायलट को लंबी शिफ्ट नहीं दी जाती है। उन्हें आराम करने की इजाजत दी जाती है। हालांकि इस बीच दूसरे पायलट का सीट पर होना अनिवार्य है। इसके साथ ही पायलट को ज्यादा वर्क स्ट्रेस नहीं दिया जाता है।

इसके साथ ही कैप्टन और फर्स्ट ऑफिसर को सेम खाना खाने की भी मनाही होती है। इसकी वजह ये होती है कि अगर किसी खाने में दिक्कत हो, तो दोनों पायलट को दिक्कत नहीं हो। इसलिए अलग-अलग खाना खाने की सलाह दी जाती है, जिससे किसी एक को दिक्कत है, तो दूसरा पायलट उसे संभाल सके।