बोकारो। झारखंड (Jharkhand) के एक और प्रवासी मजदूर की मौत हो गई। वह बोकारो जिले का रहने वाला था। चेन्नई काम करने गया था। मौत की खबर मिलते ही परिवार और गांव में मातम छा गया।
जानकारी के अनुसार झारखंड के बोकारो जिले के चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के चिलगो गांव निवासी श्यामलाल महतो का 50 वर्षीय पुत्र दिलीप कुमार महतो चेन्नई कमाने गया था। चेन्नई के टाली होसूर में काम के दौरान शुक्रवार शाम सात बजे हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गयी। वह घर का एकलौता कमाऊ व्यक्ति था। मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
मृतक अपने पीछे पत्नी मंजरी देवी, पुत्री डोली कुमारी (20) और पुत्र नरेश कुमार (25) को छोड़ गया। दिलीप चेन्नई में एवीएस कंपनी में हाइवा ड्राइवर के रूप में कार्यरत था। पत्नी मंजरी देवी ने अपने पति का शव लाने के लिए सरकार से मदद की गुहार लगाई हैं। मुआवजा दिलाने की मांग की है।
इस घटना को लेकर प्रवासी मजदूरों के हितार्थ में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है।
अली ने कहा कि सरकार मजदूर हित में कुछ पहल नहीं कर पा रही है। इसके करण झारखंड से मजदूरों का पलायन तेजी से हो रहा है। उन्होंने कहा कि मृतक का शव चेन्नई से उनके पैतृक गांव लाने के लिए हरसंभव मदद करने का प्रयास किया जा रहा है।