क्‍लास रूम में सोते हैं टीचर, देखते हैं कार्टून, चले जाते हैं घर

झारखंड शिक्षा
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  • अपने ही स्‍कूल में विद्यार्थियों ने की तालाबंदी

विवेक चौबे

गढ़वा। टीचर क्‍लास में सोते हैं। मोबाइल पर कार्टून देखते हैं। हाजिरी बनाकर घर चले जाते हैं। हमें भी घर भेज देते हैं। यह शिकायत राजकीय कृत मध्य विद्यालय (सुंडिपुर) के विद्यार्थियों की है। यह सरकारी विद्यालय है। गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड की गाड़ा खुर्द पंचायत के सुंडिपुर की है। स्‍कूल की बदहाली से गुस्‍साए बच्‍चों ने ही सोमवार को तालाबंदी भी कर दी।

सूचना पाकर पहुंचे लोग

शिक्षकों द्वारा बच्चों की पढ़ाई-लिखाई ठीक से नहीं कराई जा रही है। इससे आक्रोशित बच्चों ने अपने ही विद्यालय में सोमवार को तालाबंदी कर घंटों तक विरोध जताया। सूचना पाकर मुखिया प्रतिनिधि नीरज सिंह, पंचायत समिति सदस्य करण कुमार ठाकुर सहित अन्य लोग भी उक्त विद्यालय में पहुंचें। बच्चों को समझा-बुझाकर उनके कक्षा में भेजा।

भोजन नहीं मिलता

कक्षा 8 के बच्चों ने बताया कि हमलोगों को मात्र 6-6 कॉपी ही मिली है। पेंसिल, रबर, कट्टर आदि नहीं मिला। जबकि 10-10 कॉपी व अन्य सामग्री भी मिलना चाहिए था। वहीं सभी कक्षाओं के बच्चों ने बताया कि भोजन की भी कमी हो जाती है। कई बच्चों को भोजन नहीं मिल पाता है। भूखे पेट ही वापस घर जाना पड़ता है। बच्चों ने बताया कि चावल बनाते समय कभी-कभी जल भी जाता। फिर वही भोजन हमलोगों को दिया जाता है। एक ही प्रकार की सब्जी प्रतिदिन मिलती है।

पैसा नहीं मिला

कई बच्चों ने शिकायत की कि खाते में पैसा नहीं आने के कारण ड्रेस नहीं खरीद सकें। शिक्षकों द्वारा कहा जाता है कि जो बच्चा ड्रेस पहनकर आए हैं, वे कक्षा में बैठें, जो ड्रेस पहनकर नहीं आए हैं, वे अपने घर चले जाएं।

कक्षा में नहीं आते

कक्षा 8 के बच्चों ने बताया कि उनका सबसे कमजोर विषय सामाजिक विज्ञान है। बच्चों ने शिक्षक सिकन्दर प्रसाद मेहता पर आरोप लगाया है कि वे ठीक तरीके से नहीं पढ़ाते हैं। कक्षा में नहीं आते हैं। जब बच्चे पढ़ाने के लिए कहने जाते हैं तब वे कहते हैं कि मुझे ठंढ लग रही है। घंटी खत्म हो जाने पर शिक्षक क्लास रूम में आते हैं। समय पर कोई भी शिक्षक क्लास रूम में नहीं आते हैं।

फल नहीं मिलता

कक्षा 5 के बच्चों ने बताया कि हमलोगों को भोजन भी भर पेट नहीं मिलता है। कई शिक्षक समय पर वर्ग कक्ष में पढ़ाने के लिए नहीं आते हैं। बच्चों ने बताया कि गणित व अंग्रेजी विषय के अलावे अन्य विषयों की पढ़ाई नहीं होती है। बच्चों ने बताया कि अंडा मिलता है, लेकिन फल नहीं। दाल में मांड़ डाल कर बिल्कुल पतली कर दी जाती है। 10 शिक्षक में 3 ही शिक्षक वर्ग 5 में पढ़ाने आते हैं। शेष नहीं।

पढ़ाई नहीं होती

कक्षा 4 के बच्चों ने बताया कि शिक्षक अब्दुल मतीन जब आते हैं तब पढ़ाते नहीं हैं। कुर्सी पर बैठे-बैठे वे सो जाते हैं। शिक्षक सिकन्दर प्रसाद मेहता जब आते हैं, तब पढ़ाने के बजाए अपने मोबाइल में कार्टून देखते हैं। कई कक्षाओं के बच्चों ने बताया कि विद्यालय में केवल 5 दिनों से ही पढ़ाई हो रही है। इसके पहले पढ़ाई बिल्कुल नहीं हो रही थी। अभी भी सभी विषयों की पढ़ाई नहीं होती है।

ये गुस्‍साए बच्‍चे

आक्रोशित बच्चों में कक्षा 8 की प्रीति कुमारी, प्रिया कुमारी, काजल कुमारी, प्रिया कुमारी, रूपा कुमारी, अंजली कुमारी, नेहा कुमारी, कक्षा 7 की देवकी कुमारी, कक्षा 5 की जूही कुमारी, शिम्पी कुमारी, अभिषेक कुमार, गोलू कुमार, रेखा कुमारी, कक्षा 6 के हेमन्त कुमार, स्वाति कुमार, कक्षा 4 की किरण कुमारी  सहित अन्य का भी नाम शामिल है।

एक ही लैपटॉप

प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि विकास फंड के बारे में प्रबंधन समिति के सदस्यों या अभिभावकों को नहीं बताया जाता है। इस विद्यालय में दो लैपटॉप थे। एक ही लैपटॉप बचा है। माउस, की बोर्ड आदि भी नहीं है। बच्चों को खेल-कूद के लिए कोई खेल सामग्री का भी वितरण नहीं किया गया, जिससे बच्चे खेल में अपनी प्रतिभा निखार सकें। प्रधानाध्यापक प्रदीप उरांव पर मनमानी करने व अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि कक्षा में 55 बच्चों का नामांकन है, जबकि केवल 32 बच्चे ही उपस्थित हैं। शेष बच्चे प्राइवेट स्कूल में पढ़ते हैं।

कॉपी नहीं आई

विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रदीप उरांव से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि कक्षा 8 व 3 के बच्चों के लिए विभाग द्वारा कॉपी नहीं आया है। हमारे विद्यालय में बच्चों की संख्या अधिक है, जिसके कारण कभी कोई कमी आ जाती है। कमी को दूर करने के लिए प्रयास भी किया जाता है। उन्होंने बताया कि कुल 10 शिक्षक हैं। शिक्षक सिकन्दर प्रसाद मेहता अनुपस्थित हैं। वे अपनी उपस्थिति बनाकर किसी कारण से घर चले गए हैं। विभाग के प्रति कुछ कार्य होते हैं, जिसके कारण सभी शिक्षक सभी कक्षाओं में जाकर ठीक समय पर नहीं पढ़ा पाते हैं।

ये भी मौजूद मौके पर

विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य गोपाल चौधरी, जित्येन्द्र सिंह, रामायण ठाकुर, सुधीर पासवान, मुनेश्वर राम, मनोज पासवान, विमलेश पासवान, ललन पासवान, प्रयाग चौधरी सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे।