नई दिल्ली। भारी खींचतान के बाद अंततः दिल्ली मेयर चुनाव की तारीख आ गयी। बता दें कि दिल्ली में 6 जनवरी को MCD मेयर चुनाव होने वाला था, लेकिन उस दिन सदन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षदों में जबरदस्त झड़प हुई। हंगामे के बाद सदन को स्थगित कर दिया गया था और मेयर का चुनाव नहीं हो सका। बीते दिनों दिल्ली सरकार ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर 3, 4 या 6 फरवरी को एमसीडी की बैठक आयोजित करने के लिए प्रस्ताव भेजा था। एलजी वीके सक्सेना ने 6 फरवरी को एमसीडी की बैठक आयोजित करने के लिए मंजूरी दे दी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने एलजी वीके सक्सेना को पत्र लिखकर 3, 4 या 6 फरवरी को मेयर के चुनाव के लिए एमसीडी बैठक कराने का प्रस्ताव भेजा था। एलजी ने 6 फरवरी को एमसीडी बैठक की मंजूरी दे दी है। यानी 6 फरवरी को दिल्ली के मेयर, डिप्टी मेयर और 6 सदस्यीय स्थायी समिति का चुनाव होगा।
दिलचस्प बात यह है कि पिछले महीने 6 तारीख को ही मेयर चुनाव होने वाला था। यानी 6 जनवरी को दिल्ली को मेयर मिलने वाला था। लेकिन सदन में भाजपा और आप के पार्षदों में जबरदस्त झड़प हुई थी। भाजपा ने आरोप लगाया कि आप के नेता शराब पीकर भाजपा की महिला नेताओं के साथ मारपीट किए। सदन में शुरू हुई लड़ाई दिल्ली की सड़कों तक पहुंची। भाजपा और आप में वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया। आम आदमी पार्टी ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर आरोप लगाया कि उन्होंने MCD में मनोनीत पार्षदों की नियुक्ति असंवैधानिक ढंग से की है।
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली एमसीडी में 134 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं भाजपा के खाते में 104 सीट आई। कांग्रेस को केवल 9 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था। बता दें कि पिछले 15 सालों से दिल्ली एमसीडी की कुर्सी पर भाजपा का दबदबा था। एमसीडी चुनाव में AAP को बहुमत मिली। बहुमत मिलने के बावजूद भी मेयर चुनाव के लिए भाजपा और AAP में जबरदस्त मुकाबला चल रहा है। ऐसे में एलजी ने मेयर चुनाव के डेट की घोषणा कर दी है। 6 फरवरी को एमसीडी की बैठक होगी। इसी दिन दिल्ली को उसका मेयर मिलेगा। देखना दिलचस्प होगा कि मेयर किस पार्टी से चुना जाता है।