हजारीबाग। प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला जारी है। इस क्रम में झारखंड के हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के करगालो के मजदूर की चेन्नई में रविवार को मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने उनके अंतिम दर्शन के लिए शव मंगवाने की गुहार सरकार से लगाई है।
बिष्णुगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत करगालो निवासक झालू महतो के 50 वर्षीय पुत्र भुनेश्वर महतो की चेन्नई में आकस्मिक मौत हो गयी। इसकी सूचना मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हैं। गांव वाले भी शोक में हैं।
मृतक चेन्नई में प्रिंस कार्टून एंड कंटेनर कंपनी में काम करता था। मृतक भुनेश्वर महतो अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र और दो पुत्री को छोड़ गए। वह घर का एकलौता कमाऊ व्यक्ति था। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नही होने से चेन्नई से शव लाने में परिजन असमर्थ हैं।
घटना पर प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने संवेदना प्रकट की। उन्होंने सरकार से चेन्नई से शव लाने की अपील सरकार से की। कहा कि झारखंड के प्रवासी नौजवानों की मौत यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है।
अली ने कहा कि रोजी-रोटी की तलाश में परदेस गये प्रवासी झारखंडी मजदूरों की मौत का सिलसिला जारी है। हर रोज झारखंड के किसी न किसी इलाके से प्रवासी मजदूर की दूसरे राज्यों या विदेश से मौत की खबरें आ रही है। सरकार को झारखंड में ही रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि मजदूरों का पलायन रोका जा सके।