विवेक चौबे
गढ़वा। महीनों बैंक का चक्कर लगाने के बाद भी ग्राहकों का काम नहीं हो पा रहा है। इससे सभी परेशान हैं। बैंक में हर दिन हजारों ग्राहकों की भीड़ लगती है। यह हाल गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड मुख्यालय स्थित ग्रामीण बैंक का है। बैंक की हर दिन हालात बद से बदतर होती जा रही है।
लोग बेटी की शादी, बीमारी, राशन, पेंशन आदि के लिए लोग पैसे निकालने बैंक पहुंचते हैं। निराश होकर घर को लौट जाते हैं। स्कूली बच्चों के अभिभावकों को भी काफी परेशानी हो रही है। बच्चों को साथ लाकर उस भीड़ में खड़ा होना उनके लिए मुश्किल है। कई मजदूर मजदूरी छोड़कर बैंक में पैसे निकालने आ रहे हैं, किन्तु निराशा के अलावे उन्हें कुछ भी हाथ नहीं लग रहा है।
महिलाओं को अत्यधिक परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। एक छोटे भवन में बैंक का संचालन होता है। यह प्रखंड का इकलौता ग्रामीण बैंक है। यहां हजारों ग्राहकों की प्रतिदिन भीड़ लगती है। हालात यह है कि पांव तक रखना भी लोगों को मुश्किल होता है।
जानकारी के अनुसार यह ग्रामीण बैंक केवल बैंक प्रबंधक और कैशियर के सहारे चल रहा है। कर्मियों की कमी से परेशानी हो रही है। ग्राहकों का कहना है कि कर्मियों की संख्या बढ़ जाने पर परेशानी नहीं होगी। कई सीएसपी से आधार के माध्यम से पहले पैसे की निकासी की व्यवस्था थी, अब नहीं।
बैंक पहुंचने वाले ग्राहकों की समस्या पर कोई भी जनप्रतिनिधि आवाज भी नहीं उठा रहे हैं। वरीय पदाधिकारियों द्वारा भी कोई पहल नहीं की जा रही है, ताकि लोगों की समस्याओं का निराकरण और बैंक में अतिरिक्त कर्मियों की व्यवस्था उपलब्ध हो सके।