पटना। बिहार में गिरती कानून व्यवस्था की चिंता छोड़ यहां के मंत्री अनाप-शनाप बयानबाजी करने में मस्त हैं। नीतीश सरकार में सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव ने भारतीय सेना को लेकर विवादित बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि साढ़े 8 साल के बाद देश का नाम हिजड़ों की फौज में आ जाएगा। साढ़े 8 साल बाद पुराने सैनिक रिटायर हो जाएंगे और कमान अग्निवीरों के पास आ जाएगी। जो भी अग्निपथ योजना का प्रस्ताव लेकर आया, उसे फांसी पर चढ़ा देना चाहिए। बीजेपी ने मंत्री सुरेंद्र यादव के बयान पर आपत्ति जताई है और सुरेंद्र यादव को नीतीश मंत्रिमंडल से बर्खास्त करके तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है।
महागठबंधन सरकार में आरजेडी कोटे से मंत्री सुरेंद्र यादव ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में भारतीय सेना को लेकर विवादित टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि आज से ठीक साढ़े 8 साल बाद देश हिजड़ों की फौज में शामिल हो जाएगा। अग्निवीर योजना के तहत साढ़े चार साल के लिए सैनिक भर्ती किए जा रहे हैं। उनकी ट्रेनिंग भी पूरी नहीं हो पाएगी और उन्हें रिटायर कर दिया जाएगा।
मंत्री ने कहा, “रिटायर्ड फौजी के नाम पर उनकी शादी नहीं होगी। हमारी सेना अभी इतनी मजबूत है कि पूरी दुनिया इससे लड़ने के लिए तैयार नहीं है। साढ़े चार साल के लिए अग्निवीरों को नौकरी देंगे, तो कौनसी सेना बनेगी।” मंत्री सुरेंद्र यादव ने अग्निपथ योजना को गलत बताया और कहा कि जो भी इस प्रस्ताव को लेकर आया, उसे फांसी पर चढ़ा देना चाहिए।
बीजेपी ने मंत्री के विवादित बोल पर आपत्ति जताई है। बिहार बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि मंत्री सुरेंद्र यादव पर देशद्रोह का मुकदमा करके उन्हें तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन्हें तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें। नहीं तो यह माना जाएगा कि उनकी भी इस बयान पर मौन सहमति है।
उन्होंने कहा कि सुरेंद्र यादव पहले भी सेना और देश के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं, उन्हें मंत्रिमंडल में रहना ही नहीं चाहिए। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर भी धार्मिक ग्रंथों पर विवादित टिप्पणी कर रहे हैं, सीएम उन्हें भी मौन सहमति दे रहे हैं। 25 फरवरी को महागठबंधन की पूर्णिया में रैली होने जा रही है। क्या नीतीश सरकार के मंत्री ऐसे बयानों से वे पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को संदेश देना चाहते हैं? नरेंद्र मोदी की खिलाफत के लिए ये देश, सेना और धर्म को निशाना बना रहे हैं, जो कि सरासर गलत है।