छपरा। बड़ी खबर बिहार के सारण जिले (छपरा) से आयी है। यहां मांझी प्रखंड के मुबारकपुर गांव में उपद्रव के बाद धारा 144 लगाई गई है। पिछले दिनों एक युवक की भीड़ हिंसा में हुई मौत के बाद रविवार को करणी सेना ने गांव में बवाल कर दिया। तोड़फोड़, आगजनी और पथराव के बाद पुलिस ने इलाके में धारा 144 लागू कर दी।
सोमवार को इलाके में हालात काबू में है। बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। पुलिस लाइन के अलावा एकमा, मांझी, दाउदपुर कोपा और आसपास के कई थानों की पुलिस मौके पर कैंप कर रही है। आईटीबीपी और बीएसएपी की टुकड़ियां भी तैनात की गई हैं। मांझी थाने के एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है।
जानकारी के अनुसार 2 फरवरी को मुबारकपुर गांव के सिधरिया टोला में तीन लोगों की भीड़ ने बुरी तरह पिटाई कर दी थी। इसमें अमितेश कुमार की मौत हो गई, जबकि राहुल और आलोक कुमार सिंह नाम के दो युवक घायल हुए। इसके बाद मुखिया आरती देवी के पति विजय यादव के फार्म हाउस पर तीन लोगों की बेरहमी से पिटाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। फिर करणी सेना के एक गुट ने आंदोलन शुरू कर दिया।
पुलिस ने बताया कि मोटरसाइकिल पर सवार 500 से ज्यादा लोग रविवार शाम सिधारिया टोला पहुंचे और उन्होंने उपद्रव शुरू कर दिया। उन्होंने जाति विशेष के लोगों की करीब 30 झोपड़ियों में आग लगा दी। साथ ही उनके ट्रक, ट्रैक्टर सहित तीन गाड़ियों को भी फूंक दिया। जब करणी सेना के सदस्य गांव में पहुंचे तो पुरुष अपने घरों से भाग गए।
नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा कि “अज्ञात बदमाशों ने कम से कम चार घरों में आग लगाई, जहां 20 महिलाएं अपने बच्चों के साथ फंस गईं, पुलिस ने तुरंत उन्हें मुक्त कराया।” सदर एसडीओ ने बताया कि इस घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। सूचना मिलने पर सारण एसपी डॉ गौरव मंगला आग पर काबू पाने के लिए कई दमकल गाड़ियों के अलावा मौके पर पहुंचे।
मंगला ने दैनिक भारत 24 से बात करते हुए कहा कि पुलिस ने हत्या, आगजनी और अफवाह फैलाने के सिलसिले में तीन अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की है। अब तक कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें युवक की हत्या के मामले में तीन आरोपियों को पकड़ा है, जबकि शेष तीन को हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
एसपी का कहना है कि इलाके में फिलहाल हालात काबू में हैं। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलने की वजह से दो जातियों के बीच तनाव हुआ। इलाके में शांति कायम करने के लिए भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है। पुलिस असामाजिक तत्वों की पहचान में जुटी है। लोगों को अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की जा रही है।
दूसरी ओर, रविवार को हुए बवाल के दौरान भीड़ को नियंत्रित न करने की वजह से मांझी थाने के एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया है। एसआईटी इस घटना की जांच कर रही है। साथ ही मुखिया पति विजय यादव फरार है, पुलिस कोर्ट से उसकी प्रॉपर्टी अटैच करने के लिए कोर्ट से वारंट निकलवाने का प्रयास करेगी।