पश्चिम बंगाल; मिड-डे मील में मिला सांप, 16 छात्रों की बिगड़ी तबीयत, जानें आगे

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पश्चिम बंगाल। हैरान कर देने वाली खबर पश्चिम बंगाल से आयी है. जहां बीरभूम जिले में मिड-डे मील में सांप मिलने से हड़कंप मच गया है.

बताया जा रहा है कि जहरीला खाना खाने से 16 बच्चे बीमार हो गए हैं. घटना बीरभूम के मयूरेश्वर के मंडलपुर प्राइमरी स्कूल की है. बीमार स्कूली छात्रों को रामपुरहाट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

घटना के बाद छात्रों के अभिभावकों ने उस स्कूल में विरोध शुरू कर दिया. छात्रों ने पूरी घटना के लिए स्कूल प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है. छात्र-छात्राओं के परिजन स्कूल पहुंचे और हंगामा करने लगे. इस घटना को लेकर इलाके में तनाव फैल गया है.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को छात्रों को मिड-डे मील दिया जा रहा था. करीब 20 छात्रों को खाना परोसने के बाद अचानक पकी हुई दाल पर मरा हुआ सांप पड़ा मिला. इसके बाद मिड डे मील कर्मियों ने खाना परोसना बंद कर दिया.

20 में से 16 छात्रों को खाना खाने के बाद उल्टी होने लगी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. विरोध कर रहे एक अभिभावक ने कहा, “मांडलपुर प्राथमिक विद्यालय में मध्याह्न भोजन बनाते समय रसोइया और शिक्षक आनाकानी करते हैं. सभी लापरवाही से खाना बनाते हैं. आज पकी हुई दाल में सांप देखा गया है. सांप मिलने से पहले कई छात्र दाल खाये. दाल खाकर बीमार पड़ गये.”

स्कूल के एक छात्र ने कहा, “हम मिड-डे मील लेने के लिए कतार में खड़े थे. तभी अचानक खाना बंद कर दिया गया. स्कूल में कइयों को उल्टियां होने लगीं. पता चला कि दाल में सांप मिला है. उस ज़हरीले भोजन को खाने के बाद बहुत से लोग बीमार हो गए.”

मयूरेश्वर के बीडीओ दीपांजन जाना ने कहा, ‘हमने आकर देखा कि मिड-डे मील में गड़बड़ी है. यह जांच का विषय है. जिले से डीआई आ रहे हैं. मैंने सुना है कि खाना खाने वाले बच्चों में से एक ने उल्टी कर दी. मुझे पता चला है कि बाकी की हालत स्थिर है. सब कुछ देखा जा रहा है. पूरे मामले की जांच की जा रही है.

बता दें कि पंचायत चुनाव के मद्देनजर ममता सरकार ने हाल ही में एक बड़ा एलान किया है. राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी की थी कि सरकारी स्कूलों में अब से मिड-डे मील में चिकन मीट परोसा जाएगा. स्कूल अवधि के दौरान सप्ताह में तीन दिन अंडे और मौसमी फल भी प्रदान किए जाएंगे.

फल और मुर्गे का मांस उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार द्वारा 372 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं. फिर बीरभूम के स्कूल में हुई इस घटना से पूरी व्यवस्था को लेकर सवाल उठे हैं.