रांची। सीएमपीडीआई के कोयल हॉल में दो-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका विषय ‘सीआईएल और गैर-सीआईएल ग्राहकों के लिए माइन डेवलपर एंड ऑपरेटर्स (एमडीओ) मोड परियोजना रिपोर्ट की तैयारी’ था। प्रशिक्षण के समापन सत्र में 6 जनवरी को सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक मनोज कुमार शामिल हुए।
सीएमडी ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से मुख्यालय से लेकर सभी क्षेत्रीय संस्थान द्वारा तैयार किए गए विभिन्न एमडीओ निविदा दस्तावेजों एवं खुली खदान और भूमिगत खदान एमडीओ प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने में एकरूपता आएगी।
सीएमपीडीआई के निदेशक (तकनीकी/आरडीएंडटी) आरएन झा ने लॉजिस्टिक की दक्षता पर ध्यान देने पर बल दिया। लॉजिस्टिक शुल्क को कम करने की दिशा में भारत सरकार प्रयासरत है। एमडीओ इसमें एक अहम भूमिका निभाने में सक्षम है। इस प्रकार का प्रशिक्षण कार्यक्रम एक नियत अवधि के बाद होती रहनी चाहिए, ताकि रिपोर्ट बनाने में जो भी परिवर्तन हो, उसका प्रयोग भविष्य के रिपोर्ट में किया जा सके।
मौके पर सीएमपीडीआई के वरीय सलाहकार एके राणा ने एमडीओ परियोजनाओं के साथ अपने अनुभव को उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों के साथ साझा किया। एमडीओ प्रोजेक्ट की रिपोर्ट तैयार करने से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर एक प्रस्तुति भी दी गई।
इस दो-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में सीएमपीडीआई के क्षेत्रीय संस्थान-3, रांची के क्षेत्रीय निदेशक जयंत चक्रवर्ती, संस्थान के महाप्रबंधक व विभागाध्यक्ष भाग लिया। समापन सत्र के अवसर पर सीएमपीडीआई के निदेशक (तकनीकी/सीआरडी) एसके गोमास्ता, निदेशक (तकनीकी/ईएस) शंकर नागाचारी एवं निदेशक (तकनीकी/पीएंडडी) अजय कुमार उपस्थित थे।