गोपालगंज। बड़ी खबर बिहार से आयी है. नीतीश सरकार राज्य में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे शिक्षकों की सेवा समाप्त करेगी. हाईकोर्ट के आदेश पर जांच कर रही निगरानी ने गोपालगंज में 71 शिक्षकों का प्रमाण पत्र फर्जी पाया है.
इस मामले में गोपालगंज के अलग-अलग थानों में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. जिसमें दो शिक्षकों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया है.
वहीं, शिक्षा विभाग ने निगरानी की रिपोर्ट पर नियोजन समिति को इन सभी 71 शिक्षकों को बर्खास्त करने के लिए रिपोर्ट भेजी है. नियोजन इकाइयां इन सभी शिक्षकों की सेवा बर्खासत करने की कार्रवाई शुरू कर दी है.
जिला शिक्षा पदाधिकार राज कुमार शर्मा ने बताया कि पूर्व में 38 शिक्षकों की सेवा बर्खास्त करने के लिए रिपोर्ट की गयी थी, अब 33 और शिक्षकों की प्रमाण पत्र निगरानी की जांच में फर्जी पाए गए हैं. कुल 71 शिक्षकों की नौकरी खत्म करने की कार्रवाई की जा रही है.
डीइओ ने बताया कि बर्खास्त होने वाले सभी शिक्षकों के मानदेय को भी रिकवर करने का आदेश दिया गया है. कार्रवाई के साथ ही मानदेय की रिकवरी के आदेश को सख्ती से पालन करने का आदेश दिया गया है.
शिक्षा विभाग के अनुसार नवप्रावि दुर्गा मंदिर, बतरदेह के शिक्षक अखिलेश कुमार गुप्ता, शिव प्रकाश पांडेय, सरफरा नया टोला की बबीता, नेउरी, पूरब टोला की रागिनी कुमारी, खजुरिया, पहलवान टोला के अशोक शर्मा, दुर्गेश कुमार, हलुवार के प्रियरंजन कुमार श्रीवास्तव, बैकुंठपुर प्रावि सिरसा धानुक टोला के राजेश कुमार सिंह, तालपुर कन्या के सुभाष कुमार राय, दिघवा ब्रह्म टोला के राहुल रंजन कुमार श्रीवास्तव, बांसघाट मसुरिया, बथानी टोला के अखिलेंद्र कुमार सिंह, बैकुंठपुर के मवि गंधुओं के नवीन कुमार मांझी, उमवि मझवलिया की उषा देवी, नवप्रावि महारानी, हथियाही, धर्मेंद्र कुमार साह, शंकरपुर, ओराडीह की गायत्री कुमारी, राप्रावि महम्मदपुर की राधा कुमारी, नवप्रावि चक पहाड़, महादलित टोली के शैलेश कुमार, अख्तरी खातून, मिथिलेश कुमार राम, बखरी टोला के अशोक कुमार यादव, उमवि चांदपुर बिलरपुर के रंजीत कुमार राम, मंगलपुर, धोबी टोला की अनु कुमारी, नवप्रावि लक्ष्मणपुर के सुजीत कुमार, टंडसपुर की बिंदु कुमारी, रंजीत राम, नवप्रावि रमपुरवां के राकेश कुमार, पिपरा गोपालपुर की सीमा कुमारी, केशोगौरा के मुकेश कुमार सिंह, कटहरिया के नीरज कुमार चौबे, प्रीति कुमारी, उमवि जलालपुर के अविनाश कुमार तथा नवप्रावि चांदपरना की दिव्या कुमारी पर प्राथमिकी दर्ज करायी जा चुकी है.
बता दें कि 2 जुलाई 2020 को थावे थाना क्षेत्र के लछवार गांव के सामने हाइवे पर अपराधियों ने शिक्षा विभाग की निगरानी शाखा में तैनात क्लर्क अजय राय की हत्या हो चुकी है.
फुलवरिया थाना क्षेत्र के मंजिरवा खुर्द गांव निवासी अजय राय की हत्या के पीछे भी फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वाले शिक्षकों का हाथ होने का आरोप लगा था. हत्या कॉन्ट्रैक्ट किलरों से करायी गयी थी. अब तक उस मामले में असली कातिल तक पुलिस नहीं पहुंच सकी थी.