रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (रांची) और नेशनल राइस रिसर्च इंस्टिट्यूट (कटक) के संयुक्त तत्वावधान में फार्मर्स प्रोडूसर आर्गेनाइजेशन (एफपीओ) से जुड़े बीओडी किसान सदस्यों का एक दिवसीय ओरिएंटेशन ट्रेनिंग का आयोजन किया गया। इसका आयोजन राज्य में एफपीओ की स्थापना एवं प्रोत्साहन के उद्देश्य से किया गया।
मौके पर बीएयू-एनआरआरआई एफपीओ परियोजना के नोडल पदाधिकारी डॉ बीके झा ने प्रदेश में एफपीओ के विस्तार पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि राज्य में कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह के मार्गदर्शन एवं निर्देश पर एफपीओ के गठन को बढ़ावा दिया जा रहा है।
बीएयू, रांची- एनआरआरआई, कटक के संयुक्त प्रयास से प्रदेश के रांची जिलान्तर्गत कांके, नामकुम, मांड़र और लापुंग प्रखंड और गुमला जिलांतर्गत भरनो में स्मॉल फार्मर्स एग्रीबिजनेस कंसोर्टियम द्वारा प्रायोजित 5 फार्मर्स प्रोडूसर कंपनी (एफपीसी) की स्थापना की गयी है। जिसका मुख्य उद्देश्य स्थानीय छोटे किसानों को संगठित कर उनका आर्थिक विकास और प्रबंधकीय क्षमता का सशक्तिकरण किया जाना है।
गत दिनों बीएयू में आयोजित 15 दिवसीय ट्रेनिंग के प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र के आधार पर कंपनी द्वारा बीज एवं खाद के लाइसेंस का आवेदन किया गया है। कंपनी द्वारा लाइसेंस के आधार पर बीओडी किसान सदस्यों के लिए बीज एवं खाद क्रय कर रियायत दर पर उपलब्ध कराया जायेगा।
डॉ झा ने बताया कि किसानों का प्रखंड चैन में निबंधन कराया गया है, जिससे उन्हें सरकारी बीज प्राप्त हुआ है। कंपनी द्वारा बाजार व्यवस्था के प्रबंधन के लिए ई – नाम पोर्टल पर निबंधन के लिए आवेदन किया गया है। कंपनी को प्रबंधकीय लागत की राशि एसएफएसी से प्राप्त हो गयी है।
मौके पर परियोजना के सह परियोजना अन्वेंषक डॉ एचसी लाल, डॉ विनय कुमार, डॉ रंजय कुमार सिंह एवं एस जयसवाल तथा परियोजना समन्यवयक अभिषेक कुमार श्रीवास्तव ने प्रतिभागी बीओडी किसान सदस्यों को परियोजना का उद्देश्य, गतिविधियों का क्रियान्वयन, भावी कार्यक्रम व रणनीति के सबंध में विस्तार से चर्चा की। मौके पर प्रतिभागियों ने कार्य प्रगति की जानकारी दी।