राष्ट्रीय गोकुल मिशन तहत छठा मैत्री प्रशिक्षण का समापन

झारखंड
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रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के वेटनरी कॉलेज में राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के अधीन आयोजित छठा मैत्री प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन शुक्रवार को हुआ. राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के तहत झारखण्ड स्टेट इम्प्लीमेंट एजेंसी फॉर कैटल एंड बुफैलो डेवलपमेंट (जेएसआईए), रांची के सौजन्य से आयोजित इस तीस दिनी प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य के पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, देवघर, बोकारो, पलामू एवं रांची जिले के कुल 45 प्रतिभागियों ने भाग लिया.

इस अवसर पर होटवार स्थित जेएसआईए के मुख्य अनुदेशक केके तिवारी ने प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण से प्राप्त तकनीकी दक्षता को ग्रामीण स्तर पर कृत्रिम गर्भाधान में पुरे लगन से योगदान देने पर बल दिया. उन्होंने सभी प्रशिक्षाणार्थियों को मैत्री प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्देश्य एवं राज्य व राष्ट्रीय हित में महत्ता पर प्रकाश डाला. एक कुशल तकनीशियन बनने के लिए प्रेरित किया.

मौके पर विभागाध्यक्ष (एलपीएम) डॉ रविन्द्र कुमार ने बताया कि पशु चिकित्सा संकाय द्वारा आयोजित कुल छ : प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्रदेश के लगभग सभी जिलों के कुल 247 लोगों को अबतक प्रशिक्षित किया जा चुका है. प्रशिक्षण के उपरांत सभी प्रशिक्षाणार्थियों को 60 दिनों तक अपने जिले में स्थित एवं आवंटित कृत्रिम गर्भाधान केंद्र में व्यावहारिक प्रशिक्षण भी मिलेगा. आपने 30 दिनी प्रशिक्षण में जो भी सीखी है, इससे प्रदेश हित में गव्य विकास को बढ़ावा देने का प्रयास करें. अपने ज्ञान को स्थानीय गो – पालक से साझा करे.

मौके पर केके तिवारी एवं डॉ रविन्द्र कुमार ने प्रतिभागियों से प्रशिक्षण में मिली जानकारियों के बारे में जाना और सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र एवं ट्रेनिंग किट प्रदान किया. 

समापन समारोह का संचालन एवं स्वागत डॉ पंकज कुमार और धन्यवाद प्रशिक्षण सहायक (मैत्री) डॉ अमित कुमार झा ने किया. मौके पर मृतुन्जय कुमार सिंह भी मौजूद थे.