घर-घर जानकर किसानों का किया जाएगा ई-केवाईसी

झारखंड कृषि
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  • सभी किसानों का ई-केवाईसी और निबंधन कराना हमारी जिम्मेवारी : उपायुक्त

रांची। किसानों का घर-घर जाकर ई-केवाईसी करें। उक्‍त निर्देश रांची उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने 18 नवंबर को दिए। उन्‍होंने कृषि संबद्ध कृषि टास्क फोर्स की बैठक की। समाहरणालय ब्लॉक ए स्थित उपायुक्त सभागार में आयोजित बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी, बीपीओ, बीटीएम, एटीएम एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।

ई-केवाईसी की समीक्षा

उपायुक्त द्वारा केसीसी सहित अन्य योजनाओं के लिए किसानों के ई-केवाईसी की विस्तार से समीक्षा की गयी। प्रखंडवार ई-केवाईसी की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने छूटे हुए किसानों के लिए डोर टू डोर केवाईसी करने का आदेश दिया। उपायुक्त ने बीटीएम, एटीएम एवं कृषि मित्र के माध्यम से किसानों से आवेदन प्राप्त करने का भी निर्देश दिया। डीसी ने बैंक से समन्वय स्थापित करते हुए लंबित केवाईसी का निष्पादन करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि योजनाओं का लाभ देने के लिए सभी किसानों का ई-केवाईसी और निबंधन कराना हमारी जिम्मेवारी है।

तेजी लाने को कहा

उपायुक्त द्वारा झारखंड राज्य फसल राहत योजना के तहत किसानों के निबंधन की भी समीक्षा की गयी। किसानों के निबंधन में औसत प्रदर्शन करने वाले प्रखंड को उपायुक्त ने कार्य में तेजी लाने को कहा।

वैक्‍सीनेशन का निर्देश

राहुल कुमार सिन्हा ने पशुपालन, भूमि संरक्षण, सहकारिता, गव्य विकास, मत्स्य, उद्यान से संबंधित योजनाओं की भी समीक्षा करते हुए आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिये। पशुपालन, गव्य विकास, मत्स्य से संबंधित योजनाओं की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने ज्यादा से ज्यादा लाभुकों को योजना का लाभ उपलब्ध कराने का आदेश दिया। चयनित लाभुकों के लिए पशु शेड निर्माण और पशुओं के ससमय वैक्सीनेशन का निर्देश उपायुक्त द्वारा संबंधित पदाधिकारी को दिया गया।

लाभुकों का चयन करें

गव्य विकास की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने निर्धारित समय में सारी प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए योग्य लाभुकों का चयन करने का आदेश दिया। उपायुक्त ने मत्स्य पदाधिकारी को कहा कि जलाशयों में मछली पालन के लिए जीरा डालते समय सूचना दें, ताकि पूरी प्रक्रिया वह देख सके।