सुकिंदा (ओडिशा)। टाटा स्टील माइनिंग लिमिटेड की सुकिंदा क्रोमाइट माइन में सबल पहल के तहत रविवार को दिव्यांगता प्रमाणपत्र और सहायक उपकरण वितरण शिविर का आयोजन किया गया। सुकिंदा क्षेत्र के 65 पीडब्ल्यूडी (लोकोमोटर डिसएबिलिटी 47, सुनने में असमर्थ-बोलने में असमर्थ 10, सेरेब्रल पाल्सी 3, दृष्टिहीन 3, ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर 1, इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटी 1) के बीच डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट वितरित किया गया।
सुकिंदा और कलिंगानगर क्षेत्र में क्रमश: 34 पीडब्ल्यूडी और 42 पीडब्ल्यूडी को एसवी निर्तार के सहयोग से सहायता और सहायक उपकरणों का वितरण किया गया। सहायक सामग्री और उपकरणों में 34 ट्राइसाइकिल, वयस्क के लिए 8 व्हील चेयर, बच्चों के लिए 2 व्हील चेयर, 21 जोड़ी एक्सिलरी बैसाखी, 2 वॉकिंग स्टिक्स और 24 जोड़ी श्रवण यंत्र शामिल हैं।
यह वितरण अगस्त 2022 की शुरुआत में एसवी निरतार, कटक के सहयोग से सहायक सामग्री और उपकरणों के लिए आयोजित दो दिवसीय दिव्यांगता मूल्यांकन शिविर के आधार पर किया गया था। ईआर प्रितिरंजन घराई (मंत्री, कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा और ग्रामीण विकास, ओडिशा सरकार), डॉ शिबाशीष (सीडीएमओ, जाजपुर) और सन्यासी बेहरा (अवर सचिव, सामाजिक सुरक्षा और दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारिता विभाग) ने पंकज सतीजा (मैनेजिंग डायरेक्टर, टाटा स्टील माइनिंग लिमिटेड) के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया।
इस अवसर पर ई. प्रीतिरंजन घराई ने कहा कि दिव्यांग व्यक्तियों के लिए समावेशी होने का माहौल बनाना, गरिमा सुनिश्चित करना और सहनुभूतिपूर्ण संबंध बनाना महत्वपूर्ण है। मुझे खुशी है कि सबल इस दर्शन को बढ़ावा दे रहा है।
पंकज सतीजा ने कहा कि हमारी 2% से अधिक आबादी कुछ प्रकार की दिव्यांगता के साथ जी रही है। पहचान, प्रमाणन और परिपूर्णता, सबल के मुख्य उद्देश्यों में से एक रहा है। आज का प्रमाण पत्र और सहायक सामग्री वितरण इसी उद्देश्य के अनुरूप था और यह पहले आयोजित व्यवस्थित मूल्यांकन के बाद किया गया था।
ईआर. घराई ने इनेबल इंडिया के सहयोग से सबल पहल पर चल रहे नेत्रहीनों के लिए एक कंप्यूटर प्रशिक्षण कार्यक्रम के छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत भी की। वर्तमान में इस पहल के तहत 12 छात्रों को कंप्यूटर प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम इस महीने के अंत तक पूरा हो जाएगा।