BIHAR ; मेडिकल में असफल छात्रा ने उठाया ये खौफनाक कदम

बिहार देश
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औरंगाबाद। बिहार के औरंगाबाद के क्षत्रिय नगर मुहल्ले से हैरान कर देने वाली खबर आई है, जहां छह माह पहले ब्याही गई एक नवविवाहिता ने डिप्रेशन के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

घटना रविवार की रात की है. सोमवार की सुबह छात्रा फंदे के सहारे लटकी हुई पायी गयी. मृतका की पहचान रफीगंज प्रखंड के गाजी करमा गांव निवासी आनंद कुमार सिंह की पुत्री अर्पणा कुमारी के रूप में हुई है. इस घटना से पूरा परिवार सदमे में है. गांव से लेकर क्षत्रिय नगर मुहल्ले में कोहराम मचा हुआ है.

जानकारी के अनुसार अर्पणा डॉक्टर बनने की तमन्ना के साथ मेडिकल की तैयारी कर रही थी. कई बार उसने परीक्षा दी, लेकिन सफलता हासिल नहीं हुई. उसके साथ पढ़ाई करने वाले कई दोस्त सफल हो चुके थे, इस वजह से वह और परेशान थी.

पिछले कई दिनों से वह डिप्रेशन में थी और अंतत: उसने आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना पर नगर थानाध्यक्ष सतीश बिहारी शरण, दारोगा जितेंद्र कुमार सहित कई पुलिस कर्मी क्षत्रिय नगर स्थित आवास पर पहुंचे और मामले की छानबीन की. मृतका के पिता का बयान दर्ज कर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करायी.

पिता आनंद कुमार सिंह ने बताया कि मेडिकल परीक्षा में सफलता नहीं मिलने की वजह से वह मानसिक तनाव में रह रही थी. उसका इलाज भी कराया जा रहा था. 14 मई 2022 को अर्पणा की शादी पलामू जिले के रुद्र ओबरा गांव निवासी हिमांशु शेखर से हुई थी. कुछ दिनों से वह मायके में ही रह रही थी. डिप्रेशन के कारण उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली.

मामले के संबंध में नगर थानाध्यक्ष सतीश बिहारी शरण ने बताया कि नवविवाहिता छात्रा द्वारा आत्महत्या किये जाने की सूचना के बाद वो मौके पर पहुंचे और परिजनों से पूछताछ के आधार पर आगे की प्रक्रिया पूरी की. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.

इधर क्षत्रिय नगर मुहल्ला स्थित मृतका के आवास पर काफी संख्या में लोग पहुंचे और बिलखते परिजनों को ढांढ़स बंधाया. मुहल्ले के लोग अचानक हुई इस घटना से सदमे में थे. हर किसी के जुबान पर एक ही बात आ रही थी कि अर्पणा पढ़ाई में काफी तेज थी. इसके बावजूद किस्मत उसके साथ नहीं थी.

आपका अपना न्यूज पोर्टल दैनिक भारत 24 विद्यार्थियों से अपील करता है कि वे पढ़ाई के अधिक दबाव में न रहें. छात्र जीवन में मानसिक तनाव से दूर रहना चाहिए. तनाव दूर करने के लिए खेलों और मनोरंजन गतिविधियों में भाग लेना चाहिए. किसी तरह की परेशानी हो, तो अपने माता-पिता या अभिभावक से जरूर शेयर करें. परेशानी में किसी तरह का गलत कदम नहीं उठाएं. इतना ध्यान रखें कि आपके भरोसे आपका परिवार है.