रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा नाबार्ड के सहयोग से आयोजित कृषि इनपुट डीलर्स का 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम कृषक भवन में 20 नवंबर को संपन्न हुआ। इस अवसर पर पांच किसान निदेशकों को सम्मानित किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि नाबार्ड के महाप्रबंधक जय निगम थे। अध्यक्षता कृषि संकाय के अधिष्ठाता डॉ एसके पाल ने की। विशिष्ट अतिथि नाबार्ड की पदाधिकारी पूजा भारती और पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व प्रबंधक एमके श्रीवास्तव उपस्थित थे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में नाबार्ड के 45 किसान निदेशकों तथा स्मॉल फार्मर्स एग्रीबिजनेस कंसोर्सियम (एसएफएसी) के 5 किसान निदेशकों ने भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान बीज की पहचान, झारखंड की मिट्टी, खाद एवं उर्वरक, जीवाणु खाद, नैनो उर्वरक, बायोस्टिम्युलेंट, कीटनाशी, फफूंदनाशी, हाईटेक हॉर्टिकल्चर, फर्टिगेशन, सूक्ष्म सिंचाई, फर्टिलाइजर कंट्रोल ऑर्डर, कीटनाशी अधिनियम, लाइसेंसिंग की प्रक्रिया, कृषि साख तथा लेखा से संबंधित कुल 45 से अधिक व्याख्यान तथा व्यवहारिक अनुभव शेयरिंग एवं प्रक्षेत्र भ्रमण का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में 5 सर्वोत्तम किसान निदेशकों फोटो देवी (इटखोरी, चतरा), रामफल रावत (देवघर), अखिलेश कुमार (कोडरमा), सुरेंद्र कुमार मेहता (कोडरमा) और नीलम बारजो (सिमडेगा) को सम्मानित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक डॉ बीके झा ने धन्यवाद किया। इस 15 दिवसीय कार्यक्रम में उप समन्वयक के रूप में मृदा विज्ञान के डॉ प्रभाकर महापात्रा, पौधा रोग विभाग के डॉ हेमचंद्र लाल एवं कीट विज्ञान विभाग के डॉ विनय कुमार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।