गुजरात। ब्रिज हादसा मामले में मोरबी बार एसोसिएशन ने बड़ा फैसला लिया है। एसोसिएशन ने तय किया है कि इस मामले में गिरफ्तार लोगों का केस वकील नहीं लड़ेंगे। उधर, एनडीआरएफ की टीम अभी भी नदी में बचाव अभियान चला रही है।
मोरबी बार एसोसिएशन के वरिष्ठ वकील एसी प्रजापति ने बताया कि मोरबी ब्रिज गिरने की घटना में ओरेवा कंपनी के 9 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। मोरबी बार एसोसिएशन और राजकोट बार एसोसिएशन ने उनका मामला नहीं लेने और उनका प्रतिनिधित्व नहीं करने का फैसला किया है। दोनों बार एसोसिएशन ने यह प्रस्ताव पारित किया है।
एनडीआरएफ के सहायक कमांडेंट राकेश सिंह विष्ट ने कहा कि हम रात से ही लगातार बचाव अभियान में लगे हुए हैं। अभी हमारी 6 नाव काम कर रही हैं। 4 नाव को हमने रिजर्व में रखा हुआ है। जब तक बचे हुए शव बरामद नहीं हो जाते, तब तक बचाव अभियान जारी रहेगा।
जानकारी हो कि बीते 30 अक्टूबर को मोरबी ब्रिज गिरने की घटना हुई थी। इस हादसे में मरने वालों की संख्या 140 से अधिक हो गई है। ब्रिज माच्छू नदी पर बना है। नदी में खोज और बचाव अभियान जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरबी में हुए पुल हादसे के पीड़ितों से सिविल अस्पताल में जाकर मुलाकात की थी। उन्होंने घटना स्थल का भी जायजा लिया था। उन्होंने मामले की समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए थे।