झारखंड के बाद अब बिहार में महिला को जलाया जिंदा

बिहार देश
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गया। झारखंड के बाद बिहार के गया में डायन बिसाही के आरोप में महिला को जिंदा जलाकर मार देने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि मैगरा थाना क्षेत्र की सेवरा पंचायत अंतर्गत पचमह गांव में शनिवार को डायन-भूत का आरोप लगाकर एक महिला को जिंदा जलाकर मार डाला.

वहीं, उसके घर में भी आग लगा दी गयी. मृतक महिला की पहचान अर्जुन दास की पत्नी हेमंती देवी 35 वर्ष के रूप में की गयी है. वहीं, उपद्रवियों ने हेमंती देवी की हत्या के बाद उसके घर में आग लगा दी. साथ ही घर के सारे सामान मोटरसाइकिल, साइकिल समेत अनाज और मुर्गी को भी आग के हवाले कर दिया.

घर में अन्य महिला श्यामसुदर देवी पति विजय दास और बेदंती देवी पति बिन्देश्वर दास को पीट-पीट कर जख्मी कर दिया. इसमें पुरुष वर्ग के लोगों ने मैगरा थाना भागकर जान बचायी.

इस घटना की सूचना मिलते ही मैगरा थाने की पुलिस को भी उपद्रवियों ने नहीं छोड़ा. पुलिस दल पर भी हमला बोल दिया. अंत में पुलिस जान बचाकर भागी. थाना की गाडी को क्षतिग्रस्त कर दिया. इसके बाद मैगरा और भदवर थाना की संयुक्त कार्रवाई के बाद स्थिति सामान्य हुई.

पचमह गांव के ग्रामीणों ने बताया कि कुछ माह पहले 35 वर्षीय परमेश्वर भारती की मौत हो गयी. इस मौत के बाद अंधविश्वास में परमेश्वर भारती के विधवा सरोज देवी व अन्य ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि हेमंती देवी ने ही जादू-टोना कर मेरे पति की जान से मार दी.

इसी को लेकर काफी दिनों तक इन दोनों घर से झगड़ा होता रहा. शनिवार को इसी बात को लेकर पचमह सामुदायिक भवन मे पूरे गांव के लोगों ने पंचायत प्रतिनिधि की उपस्थिति में बैठक की. बैठक में कुछ झारखंड के भी ओझा-गुणी आये हुए थे. इस बैठक के बाद ही उपद्रवियों ने हेमंती देवी के घर पर हमला बोल दिया और जिंदा जलाकर हत्या कर दी.

मृतक के परिजन विन्देश्वर दास ने बताया कि सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष उपद्रवी थे, जो घटना को अंजाम दिया है. इधर, पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. साथ ही सभी घायलों को इलाज के लिए डुमरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भेज दिया गया है.

डायन-भूत के आरोप में पचमह गांव में महिला को जलाकर जान मारने के बाद मृतक महिला देवंती देवी उर्फ रीता देवी के पड़ोस के बाद सारे लोग घर छोड़ कर भाग गये हैं.

मृतक महिला के पुत्र सोनु कुमार और अमित कुमार ने इमामगंज डीएसपी मनोज राम को जानकारी दी कि घटना की सुबह शिवालय में पंचायत होनी थी, परंतु किसी कारणवश सामुदायिक भवन में पंचायत बुलायी गयी. पंचायत में सेवरा पंचायत के तमाम जनप्रतिनिधि के अलावा काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.

वार्ड सदस्य ने आकर हमलोगों को पंचायत में चलने को कहा. पंचायत में हमसभी परिवार गये. इसी बीच कुछ ओझा गुणी के काम करने आये व्यक्ति बहाना बनाकर भाग गये. इसी बीच सारी भीड़ मेरे घर पर आकर घेर लिया और मेरी मां छत पर थी. उसे उतार कर उसके साथ मारना पीटना शुरू कर दिये.

घर में रखे कपड़ा व लकड़ी मेरी मां के ऊपर डाल कर आग के हवाले कर दिया. इससे उनकी मां की मौत हो गयी. मृतक के पुत्र सोनु कुमार ने आगे बताया कि हम और पिताजी भाग कर मैगरा थाना को सूचना दी. तब अपनी जान बचायी.