कोलकाता। हैरान कर देने वाली खबर पश्चिम बंगाल के कोलकाता से आयी है, जहां दुर्गा पूजा पंडाल में महिषासुर के चेहरे की जगह महात्मा गांधी जैसा दिखने वाला चेहरा लगाने पर बवाल मच गया।
बताया जा रहा है कि अखिल भारतीय हिंदू महासभा द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा पंडाल में महिषासुर की जगह ये चेहरा लगाया गया। ये विवाद ऐसे वक्त पर सामने आया, जब पूरा देश उनकी जयंती मना रहा था।
वहीं, इस मामले में उत्तर 24 परगना के टीटागढ़ थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। कांग्रेस नेता कौस्तव बागची ने आयोजकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस के निर्देश पर अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने मूर्ति का रूप बदल दिया।
इतना ही नहीं हिंदू महासभा के अध्यक्ष चंद्रचूड़ गोस्वामी ने कहा कि हम गांधी को असली असुर के तौर पर देखते हैं। इसलिए हमने ये मूर्ति लगाई है। जब उनसे पूछा गया कि वे इस तरह से गांधी का चेहरा लगाकर क्या संदेश देना चाहते हैं, इस सवाल के जवाब में चंद्रचूड़ ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
चंद्रचूड़ ने कहा केंद्र सरकार उन्हें बढ़ावा दे रही है। हम चाहते हैं कि वे गांधी को हर जगह से हटा दें और नेताजी सुभाष चंद्र बोस और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के नाम को आगे रखें। चंद्रचूड़ गोस्वामी ने दावा किया कि उन्होंने गृह मंत्रालय के दबाव में मूर्ति का चेहरा बदला।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था। समाचार एजेंसी के मुताबिक, शुरुआत में एक पत्रकार ने ये फोटो शेयर की थी। उसका दावा है कि बाद में पुलिस ने उसे ये फोटो हटाने के लिए कहा, ताकि त्योहार के दौरान तनाव पैदा न हो। वहीं, गोस्वामी का कहना है कि आयोजकों का इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।
उधर, हिंदू महासभा बंगाल प्रांत के अध्यक्ष संदीप मुखर्जी ने कहा कि जो अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने किया, हम उसका समर्थन नहीं करते। हम इसकी आलोचना करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे गांधी जी लेकर अलग विचार हैं, लेकिन यह उनकी आलोचना करने का सही तरीका नहीं है।