दिवाली और छठ के लिए रोज चलेंगी ये 10 विशेष ट्रेनें, लगेंगे 600 एक्‍स्‍ट्रा कोच

नई दिल्ली देश
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नई दिल्ली। यूं तो देश भर दिवाली और छठ पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है, पर झारखंड, बिहार और यूपी में इसका कुछ खास ही महत्व है।

त्योहार में लोग परिजनों के पास समय पर पहुंच सकें, इसके लिए उत्तर रेलवे ने पर्याप्त संख्या में त्योहार विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला किया है। इसके लिए लगभग 600 अतिरिक्त कोच की व्यवस्था की गई है, जिससे कि विशेष ट्रेनें चलाने में किसी तरह की परेशानी न हो।

अधिकांश ट्रेनें दिल्ली के अलग-अलग स्टेशनों से चलाई जाएंगी। प्रतिदिन करीब 10 विशेष ट्रेनें चलाने की तैयारी है। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने सभी मंडलों के मंडल रेल प्रबंधकों (डीआरएम) और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर त्योहार के दिनों में यात्रियों की सुरक्षित यात्रा के लिए जरूरी प्रबंध करने का निर्देश दिया है।

उत्तर रेलवे ने 18 जोड़ी त्योहार विशेष ट्रेनों की घोषणा की है। इनमें से कई ट्रेनें दिल्ली-एनसीआर के स्टेशनों पर रुककर चलेंगी। इससे पहले भी नौ जोड़ी विशेष ट्रेनों की घोषणा की गई थी। नवरात्रि में माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाने वालों की सुविधा के लिए पुरानी दिल्ली-कटड़ा गतशक्ति वातानुकूलित विशेष ट्रेन चलाने की घोषणा की गई है।

कोरोना संकट के कारण पिछले दो साल में यात्रियों की संख्या कम रही थी, इसलिए वर्ष 2019 की भीड़ और चलाई गई विशेष ट्रेनों को आधार मानकर तैयारी करने को कहा गया है। 2019 में दशहरा से छठ पूजा तक करीब 150 त्योहार विशेष ट्रेनें चलाई गई थीं।

त्योहार विशेष ट्रेनों की घोषणा करते समय सभी श्रेणी के यात्रियों को ध्यान में रखा जाएगा। उत्तर रेलवे लगभग 21 रेक (कोच की श्रृंखला) तैयार कर रहा है। दूसरे क्षेत्रीय रेलवे से भी 19 रेक मिलने की उम्मीद है। 70 प्रतिशत विशेष ट्रेनों में वातानुकूलित और गैर वातानुकूलित दोनों तरह के कोच होंगे।

पांच अक्टूबर को दशहरा है। रेलवे अधिकारियों को अनुमान है कि एक अक्टूबर से यात्रियों की संख्या बढ़ेगी, लेकिन ज्यादा भीड़ 18 से 29 अक्टूबर तक दिवाली व छठ पूजा में घर जाने वालों की होगी। 24 अक्टूबर को दिवाली और 29 अक्टूबर को छठ पूजा है।

इसे ध्यान में रखकर 21 से 23 अक्टूबर तक और उसके बाद 25 से 28 अक्टूबर तक प्रतिदिन करीब 10 विशेष ट्रेनें चलाने की तैयारी है।

दिल्ली मंडल ने 90 से ज्यादा विशेष ट्रेनें चलाने की मांग की है। इनमें से अधिकांश दिल्ली से चलेंगी। आरक्षण लेने में असफल रहने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए 20 के करीब जनरल कोच वाली (अनारक्षित) ट्रेनें चलाने का फैसला किया है।

साथ ही पांच रेक दिल्ली के अलग-अलग स्टेशनों पर आरक्षित रखीं जाएंगी, जिससे कि भीड़ बढ़ने पर अल्प सूचना के आधार पर इन्हें रवाना किया जा सके।