टाटा स्टील ने बनाया कदमा बायोडायवर्सिटी पार्क, ये है खूबी, इस समय आ सकेंगे लोग

झारखंड
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  • 13.5 एकड़ में फैला हुआ है यह पार्क

जमशेदपुर। टाटा स्टील ने कदमा बायोडायवर्सिटी पार्क जमशेदपुर के नागरिकों को समर्पित किया। यह प्रोजेक्ट जमशेदपुर के आसपास हरित क्षेत्र को बढ़ाएगा। इसकी परिकल्पना शहर के लोगों और प्रकृति के बीच एक मजबूत सेतु के रूप में भी की गई है।

पार्क का उद्घाटन टाटा स्टील के वाईस प्रेसिडेंट (कॉर्पोरेट सर्विसेज) चाणक्य चौधरी, पूर्व डिप्टी एमडी (स्टील) डॉ. टी मुखर्जी, टीएमएच की पूर्व एचओडी (कार्डियोलॉजी) डॉ विजया भारत, टाटा वर्कर्स यूनियन (जमशेदपुर) के अध्‍यक्ष संजीव चौधरी कंपनी और टाटा स्टील समूह की कंपनियों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया।

यह पार्क 13.5 एकड़ में फैला हुआ है। यहां 5650 पेड़ और 4650 झाड़ियां लगाई गई हैं, जो मौजूदा 300 पेड़ों के अतिरिक्त है। पार्क में 2.3 किमी पैदल चलने का मार्ग, एक योग और ध्यान क्षेत्र, पक्षियों को देखने के क्षेत्र, वर्षा जल संचयन तालाब, कुमुद सरोवर, तितली क्षेत्र और फल और बांस के बगीचे हैं।

पार्क में पेड़ों की देशी प्रजातियों के कई समूह हैं जो पेड़ों के रूप में लगाए गए हैं। इसमें पक्षी और गिलहरी के घोंसले, गहरे वन के क्षेत्र, घास से भरी भूमि और पार्क में देखे जाने वाले वनस्पतियों और जीवों के लिए एक सूचना केंद्र भी है।

पार्क 28 सितंबर से सुबह 5.30 बजे से 9.30 बजे तक सुबह सैर करने वालों और प्रकृति प्रेमियों के लिए खुला रहेगा।

साल, 2019 के बाद से जमशेदपुर में टाटा स्टील ने न केवल 33 एकड़ से अधिक अतिरिक्त हरित आवरण का निर्माण किया है, बल्कि जल निकायों के लिए 44.6 एकड़ भूमि के लिए भी रास्ता बनाया है। यह एक सस्टेनेबल भविष्य की दिशा में अपने प्रयास में 412 मिलियन लीटर तक पानी संग्रह कर सकता है। जमशेदपुर निरंतर हरित और स्वस्थ्य कल के निर्माण की ओर बढ़ रहा है।

वर्ष, 2016 में टाटा स्टील ने जैव विविधता नीति शुरू की थी। इसका उद्देश्य ‘जैव विविधता को शून्य नुकसान’ है, जो भारतीय उद्योग में पहली ऐसी प्रतिबद्धता है। हाल के वर्षों में इस दिशा में कई पहल किये गए हैं जैसे दलमा व्यू पौंड, सीआरएम बारा पौंड, गोलमुरी पौंड, जुगसलाई मक डंप, आईएसडब्ल्यूपी पौंड, आदि का विकास।