रांची। शंकर नागाचारी ने सीएमपीडीआई के निदेशक (तकनीकी/इंजीनियरिंग) के रूप में 2 सितंबर को पदभार ग्रहण किया। इससे पूर्व वह साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड में विभिन्न पदों पर अपनी सेवा दे चुके हैं।
नागाचारी ने इंडियन इंस्टीच्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) से एएमआईई और इग्नू से एमबीए (मार्केटिंग मैनेजमेंट) की परीक्षा पास की। उन्होंने वर्ष 1987 में कोयला उद्योग में अपनी सेवा की शुरुआत डब्ल्यूसीएल के कन्हान एरिया से की।
वर्ष 1993 में फर्स्ट क्लास माइनिंग सर्टिफिकेट हासिल किया। इनके नेतृत्व में एसईसीएल के बैकुंड एरिया व सोहागपुर एरिया को नेशनल सेफ्टी अवार्ड से भी नवाजा गया।
नागाचारी को कोल इंडिया की विभिन्न अनुषंगी कम्पनी में खुली खदान एवं भूमिगत खदान के प्रबंधन का गहरा अनुभव है। इनका अनुभव ज्यादातर कोयला उत्पादन कम्पनी में माइन मैनेजर्स से लेकर एरिया महाप्रबंधक तक डब्ल्यूसीएल और एसईसीएल के विभिन्न एरिया में रहा है।
खुली एवं भूमिगत खदानों में उनके वृहत् अनुभव से ना केवल सीएमपीडीआई, बल्कि समूचे कोयला उद्योग लाभांवित होगा।