नई दिल्ली। मंगलवार को आतंकी फंडिंग के सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) फिर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। एनआईए की टीम आज सुबह से ही कई राज्यों में छापेमारी कर रही है।
छापेमारी के दौरान 7 राज्यों में 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। साथ ही कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है। जिन राज्यों में छापेमारी की जा रही है उनमें यूपी, दिल्ली, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और असम शामिल हैं।
कर्नाटक में बड़ी संख्या में पीएफआई सदस्यों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस अधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि पीएफआई और एसडीपीआई के 75 से ज्यादा सदस्यों को एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया गया है। इसमें एसडीपीआई का जिला प्रमुख भी शामिल है।
महाराष्ट्र के कई हिस्सों में एटीएस और स्थानीय पुलिस मिलकर ऑपरेशन चला रही है। नासिक पुलिस ने पीएफआई से जुड़े 2 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
इधर पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में निजामुद्दीन, शाहीन बाग इलाके में PFI के ठिकानों पर छापेमारी हुई है। ये अभियान एनआईए और दिल्ली पुलिस ने मिलकर चलाया है। छापेमारी में 4 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है।
एनआईए और एटीएस ने प्रदेश के इंदौर, उज्जैन, शाजापुर समेत 7 जगहों पर छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि रात तीन बजे से यहां छापेमारी की जा रही है। शहर में पीएफआई के सचिव यूसुफ और जिला कमेटी सदस्य सईद टेलर के यहां छापामार कार्रवाई की गई। इनमें से एटीएस ने टेलर को हिरासत में लिया है।
असम के एडीजीपी (स्पेशल ब्रांच) हीरेन नाथ ने बताया कि नगरबेरा इलाके से पीएफआई के चार सदस्यों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में कई जगहों पर पीएफआई के खिलाफ ऑपरेशन चल रहा है।
एनआईए की टीम ने यूपी के कुछ इलाकों में भी छापेमारी की है। एनआईए ने बुलंदशहर और मेरठ में छापा मारा है। एनआईए के सूत्रों के मुताबिक, यूपी में भी पीएफआई के कई सदस्यों को हिरासत में लिया गया है।
इससे पहले एनआईए ने ईडी और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर 22 सितंबर को 15 राज्यों में पीएफआई के 93 ठिकानों पर रेड की थी। छापेमारी में पीएफआइ के अध्यक्ष ओएमए सलमान, पी कोया, ई अबूबकर, इलामरम और सीपी मोहम्मद बसीर समेत 106 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान आतंकी गतिविधियों और फंडिंग से जुड़े अहम दस्तावेज भी बरामद किए गए।
एनआइए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि छापे के दौरान कुछ दस्तावेज भी मिले हैं। जिससे पता चलता है कि पीएफआई देश में आतंकी गतिविधियों में शामिल होने, युवाओं को आतंकी प्रशिक्षण देने, दंगे भड़काने और निर्दोष लोगों की हत्या करने के साथ-साथ युवाओं को कट्टरता का पाठ पढ़ाकर उन्हें आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) में शामिल होने के लिए उकसाता था।