गिरिडीह। झारखंड के गिरिडीह जिले के बिरनी थाना क्षेत्र में इंटर की दो छात्राओं से सामूहिक दुष्कर्म की घटी शर्मनाक घटना से इलाके में आक्रोश व्याप्त है।
इधर इंटरमीडिएट की दो नाबालिग छात्राओं के साथ दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दुष्कर्म मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी अमित रेणु ने एसडीपीओ नौशाद आलम के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर तत्काल आरोपियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया।
इसके बाद महज 3 दिन में पुलिस ने चौतरफा घेराबंदी कर कांड में शामिल सभी 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि पुलिस की सख्त कार्रवाई देख मुख्य आरोपी श्रीकांत वर्मा ने थाने में खुद आत्मसमर्पण कर दिया।
वहीं आरोपी को संरक्षण देने और भगाने में सहयोग करने के जुर्म में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया।एसडीपीओ नौशाद आलम ने बताया कि चंद्रमारनी गांव के चारों आरोपियों ने नाबालिग छात्राओं से दुष्कर्म करने का दबाव बनाया। इसके बाद दुष्कर्म के साथ छात्राओं के परिजनों से फिरौती वसूली करने की योजना बनाई।
इसी लिहाज से दुलार मंडल इसकी गाड़ी में बैठकर गाड़ी को जंगल की ओर ले गया, लेकिन जंगल में छात्राओं से जोर-जबरदस्ती के दौरान ही मवेशी चरा रही कई महिलाओं की नजर पड़ी। वे दौड़कर गाड़ी के नजदीक पहुंचीं, तब तक सभी आरोपी गाड़ी लेकर भाग गए। दोनों छात्राओं को महिलाओं ने उनके घर पहुंचाया दिया।
गिरफ्तार आरोपियों में बिरनी थाना क्षेत्र के श्रीकांत वर्मा, संजय वर्मा, पवन पासवान, देवेंद्र पासवान और सरिया थाना क्षेत्र के दुलार मंडल, मनोज प्रसाद, रोशन कुमार और सोनू कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर गिरिडीह न्यायालय में पेश किया।
यहां बता दें कि बिरनी प्रखंड की दोनों नाबालिग छात्राएं विद्यालय पढ़ने गई थीं। इसी बीच कुछ कागजात का जेरोक्स कराने फोटोकॉपी की दुकान पर पहुंचीं, तभी श्रीकांत वर्मा गाड़ी से वहां आया और दोनों लड़कियों को जबरन गाड़ी में बैठा कर फरार हो गया। इसके बाद दोनों को हरदिया जंगल ले गया। गाड़ी में श्रीकांत वर्मा एवं उसका ड्राइवर था।
दोनों ने छात्राओं से दुष्कर्म किया। बाद में परिजनों की ओर से बिरनी थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई। एसपी के निर्देश पर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।