रांची। बड़ी खबर यह आ रही है कि शुक्रवार को ईडी ने 100 करोड़ से अधिक के अवैध पत्थर खनन मामले में गिरफ्तार पंकज मिश्रा, प्रेम प्रकाश और बच्चू यादव के खिलाफ करीब 5000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है। ईडी की विशेष अदालत में यह चार्जशीट दाखिल की गयी है।
गिरफ्तार पंकज मिश्रा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बरहेट विधानसभा के विधायक प्रतिनिधि हैं और ईडी की हिरासत में रिम्स में इलाजरत हैं। वहीं, गिरफ्तार प्रेम प्रकाश नेताओं- नौकरशाहों के करीबी हैं, जबकि बच्चू यादव प्रेम प्रकाश का प्रमुख सहयोगी व दाहिना हाथ है।
ईडी की चार्जशीट में यह स्पष्ट हो गया है कि पंकज मिश्रा ने अवैध खनन में सहयोगियों के साथ मिलकर करोड़ों की मनी लांड्रिंग की है। प्रेम प्रकाश ने मनी लांड्रिंग के लिए वसूली एजेंट की भूमिका निभाई। बच्चू यादव ने पंकज मिश्रा के साथ मिलकर काली कमाई को जमीन और अन्य चल-अचल संपत्तियों में निवेश किया।
ईडी ने मनी लांड्रिंग से संबंधित साक्ष्य भी दस्तावेज के तौर पर अपनी चार्जशीट के साथ संलग्न किया है। ईडी ने साहिबगंज के कई ऐसे पत्थर खदानों के ड्रोन फोटोग्राफ व गूगल मैप से पहले व बाद की ली गई तस्वीरों को भी दस्तावेजों में शामिल किया है। ईडी ने आगे यह भी लिखा है कि इस केस में अन्य आरोपितों के विरुद्ध अनुसंधान जारी है।
यहां बता दें कि साहिबगंज के बड़हरवा थाने में दर्ज केस को मनी लांड्रिंग अधिनियम में टेकओवर करते हुए ईडी ने पंकज मिश्रा और अन्य के विरुद्ध केस दर्ज किया था।
ईडी ने आठ जुलाई को साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बड़हरवा में एक साथ छापेमारी की थी। तब ईडी ने 5.34 करोड़ रुपये नकदी जब्त किया था। इसके बाद ईडी ने एक जहाज, जिसकी कीमत करीब 30 करोड़ रुपये बताई गई थी, उसे भी जब्त किया था। ईडी ने कई पत्थर क्रशर व तीन हाईवा ट्रक भी साहिबगंज क्षेत्र में जब्त किया था। पंकज मिश्रा व उनके सहयोगियों से जुड़े 50 बैंक खातों में पड़े 13.32 करोड़ रुपये को भी ईडी ने जब्त किया था।
छानबीन के बाद ही गत 19 जुलाई को ईडी ने पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया था और तब से ही पंकज मिश्रा न्यायिक हिरासत में हैं और रिम्स में इलाजरत हैं। पंकज मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद उसके खास सहयोगी बच्चू यादव को ईडी ने चार अगस्त को गिरफ्तार किया था।
पंकज मिश्रा को बीमार हालत में गत 30 जुलाई को रिम्स में भर्ती कराया गया था। रिम्स में जांच के बाद चिकित्सकों के बोर्ड ने पाया कि पंकज मिश्रा को क्रोनिक पैनक्रिएटिक संक्रमण है। इसके बाद बोर्ड ने 11 अगस्त को पंकज मिश्रा को दिल्ली स्थित एम्स ले जाने की अनुशंसा की थी। मेडिकल बोर्ड ने इससे संबंधित अनुशंसा बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार के जेल अधीक्षक से की थी। जेल अधीक्षक ने संबंधित अनुशंसा के आधार पर एम्स दिल्ली से पत्राचार की थी। एम्स से अब तक स्वीकृति या किसी प्रकार का कोई जवाब नहीं आया है। पंकज मिश्रा रिम्स में सर्जरी विभाग के चिकित्सक डॉ. विनय प्रताप की देखरेख में एक माह से इलाजरत हैं।