यात्री ट्रेनों को चलाने की मांग, माकपा का 2 अक्‍टूबर को चक्का जाम

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कुसमुंडा (छत्तीसगढ़)। गेवरा रेलवे स्टेशन से बंद यात्री ट्रेनों को चालू करने की मांग और मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने गेवरा स्टेशन के सामने प्रदर्शन किया। मोदी सरकार और रेल प्रशासन का पुतला फूंका। इस प्रदर्शन को विकास नगर कुसमुंडा व्यापारी संघ और भूविस्थापित रोजगार एकता संघ ने भी समर्थन दिया था।

प्रदर्शन के मद्देनजर स्टेशन पर भारी पुलिस बल तैनात थी। माकपा ने रेल प्रबंधन के जनविरोधी रवैये के खिलाफ 2 अक्टूबर को रेल का चक्का जाम करने की धमकी भी दी है।

उल्लेखनीय है कि विगत दिनों इसी मांग को लेकर माकपा ने तीन घंटें रेल जाम आंदोलन किया था। इसके बाद कई माकपा कार्यकर्ताओं पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं। माकपा जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा है कि यात्री ट्रेनों को चलाने की जायज मांग पर हो रहे आंदोलन को मुकदमे दर्ज करके दबाना नहीं जा सकता है। यात्री ट्रेनों को पुनः चालू कराने की मांग को लेकर आंदोलन और तेज होगा।

माकपा नेता वीएम मनोहर ने कहा की गेवरा रोड रेलवे को सबसे ज्यादा राजस्व देता है, लेकिन यही के गरीब नागरिकों से यात्री ट्रेन की सुविधा छीन ली गई है। इसलिए जनता में काफी आक्रोश है।

छत्तीसगढ़ किसान सभा के जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर, जय कौशिक, संजय यादव आदि ने कहा है कि गेवरा रोड स्टेशन से रेल्वे प्रबंधन केवल कोयला ढोना चाह रही है। इसका जवाब महिलाएं, किसान, छात्र और नौजवान मिलकर 2 अक्टूबर को  रेल का चक्का जाम करके देंगे।

भू विस्थापित रोजगार एकता संघ के रेशम यादव, दामोदर श्याम आदि ने कहा है कि यदि रेल प्रबंधन अपने जन विरोधी रवैये को नहीं छोड़ती है, तो इस क्षेत्र के लोग यहां से रेलवे को भी कोयला परिवहन की अनुमति नहीं देंगे।

विकास नगर कुसमुंडा व्यापारी संघ के अध्यक्ष अशोक राठौर, कार्तिक राठौर, संजय अग्रवाल, रवि राठौर आदि भी आंदोलन का समर्थन करते हुए पुतला दहन में शामिल हुए। 2 अक्टूबर को रेल का चक्का जाम सफल बनाने का आह्वान आम जनता से किया।