रांची। झारखंड की राजधानी रांची के कांके स्थित केंद्रीय मनोचिकित्सा संस्थान (CIP) में ब्रेन स्टिमुलेशन लैब ने पहली ब्रेन स्टिमुलेशन सुविधा के रूप में अत्याधुनिक मशीन की शुरुआत की। इसे ‘प्रेसिजन/पर्सनलाइज्ड न्यूरोमॉड्यूलेशन’ सुविधा कहा जाता है।
लैब का उद्घाटन संस्थान के निदेशक प्रो बासुदेव दास ने किया। उन्होंने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य में अत्याधुनिक उपचार और शोध के लिए इस प्रकार की सुविधायुक्त देश यह का पहला संस्थान है।
डॉ दास ने कहा कि इस तरह की मशीन की सुविधा होने से मरीज की नई सेवा और समस्याओं को उचित रूप से समझा जा सकता है। शोध के विकास को नयी गति दी जा सकती है।
प्रयोगशाला के प्रभारी प्रो निशांत गोयल ने बताया कि इस प्रणाली का उपयोग करके हम मरीजों की व्यक्तिगत जरूरतों के अनुसार मस्तिष्क उत्तेजना उपचार प्रदान कर सकते हैं। इससे इस क्षेत्र मे नैदानिक अनुसंधान के साथ साथ मरीजों के लिए उचित उपचार भी किया जा सकता है।
इस कार्यक्रम में कनाडा से आए तंत्रिका वैज्ञानिक डॉ सुहास ने संस्थान के लगभग 75 प्रशिक्षु को इस मशीन के बारे मे व्यक्तिगत और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया।