रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत हासिल किया। विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 48 लोगों ने मतदान किया, जबकि इसके विरोध में एक भी वोट नहीं पड़ा। मतविभाजन से पहले भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों ने सदन से वाकआउट किया।
इधर हेमंत ने कहा कि उनकी सरकार 1932 के खतियान पर आधारित स्थानीय नीति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के आरक्षण पर बहुत जल्द प्रस्ताव लाने जा रही है। अपनी सदस्यता पर जारी संशय के बीच मुख्यमंत्री ने राज्यपाल की भूमिका पर सवाल उठाये।
साथ ही समरीलाल की सदस्यता के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी से सवाल भी पूछे। उन्होंने कहा कि भाजपा का फर्जी विधायक यहां बैठा है। बिकाऊ विधायक यहां बैठे हुए हैं।
हेमंत सोरेन ने बाबूलाल मरांडी को गिरगिट की संज्ञा दे डाली। कहा कि गिरगिट भी इतना रंग नहीं बदलता, जितना बाबूलाल मरांडी रंग बदलते हैं।
मुख्यमंत्री ने आजसू नेता सुदेश महतो को भी आड़े हाथ लिया। कहा कि आदिवासी-मूलवासी के सबसे बड़े नेता सुदेश महतो का हमेशा प्रयास रहा है कि उनके दोनों हाथों में लड्डू रहे। ऐसे ही लोगों की वजह से इस राज्य की जनता को हर बार छला गया है।
सीएम हेमंत ने कहा कि 1932 का खतियान जरूरी है। आदिवासियों की जमीन की रक्षा के लिए सीएनटी- एसपीटी एक्ट जरूरी है। ओबीसी आरक्षण जरूरी है। उन्होंने बाबूलाल मरांडी से पूछा कि वे इस बात का जवाब दें कि ओबीसी आरक्षण को किसने घटाया। उन्होंने कहा कि जल्द ही उनकी सरकार 1932 का खतियान और ओबीसी आरक्षण बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव लायेगी।
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि दुमका में पीड़िता के यहां दुख व्यक्त करने के लिए तीन ब्राह्मण निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी और कपिल मिश्रा पहुंचे। स्थानीय नेता सुनील सोरेन को छोड़ दिया।
जब हमने इस बात पर सवाल उठाया, तो बाबूलाल मरांडी ने दूसरी घटना में सुनील सोरेन को अपने पास बैठा लिया। सीएम ने कहा कि इनका चेहरा इतना भयावह, इतना डरावना और इतना क्रूर है कि उसे पहचानना आसान नहीं है। लेकिन, सत्ता पक्ष इनकी क्रूरता और उनकी सोच को भली-भांति जानता है। अगली बार आपलोग अपनी जमानत भी नहीं बचा पायेंगे।
Agar koi jharkhand me janma ho aur yahi uski education hui ho to kya wo jharkhandi nhi hai.
Aap hamare liye kya kar rhe hai.
Apke Rajya me sirf Adiwasi samudaye hi nhi hamare jaise log bhi rahte hai Jo apko vote dete hai. Aap hamare liye kya kar rhe hai. Kya hame yaha ki adiwasi jamin lene ka hak nhi. Aap kripya btaye kya hum yaha se chale jaye.