भागलपुर में इनकम टैक्स का अबतक का सबसे बड़ा छापा, 10 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति और मिली

बिहार देश
Spread the love

भागलपुर। बड़ी खबर भागलपुर से आ रही है, जहां इनकम टैक्स ने आजतक की सबसे बड़ी छापेमारी की। मंगलवार को आयकर विभाग की जांच में और 10 करोड़ रुपये की बेनामी का पता चला है।

आयकर सूत्रों की मानें, तो जिन लोगों के घर आयकर की छापेमारी चल रही थी, उन्हीं लोगों की बेनामी संपत्ति है और इसका ब्योरा मांगा गया है। ब्योरा अगर नहीं दे सकेंगे, तो संपत्ति जब्त कर ली जायेगी।

आयकर विभाग ने 13 लोगों को अपनी बात रखने का सप्ताह भर का समय दिया है। सभी लोगों ने अपने- अपने स्तर से तैयारी शुरू कर दी है। वहीं, आयकर विभाग को कुछ पूछना होगा, तो उन्हें नोटिस देकर बुलाया जायेगा। ऐसे कुछ लोगों को समन जारी हुआ है, जिन्हें 31 अगस्त से लेकर तीन सितंबर तक पेश होने को कहा गया है।

यहां बता दें कि आयकर विभाग की टीम ने 13 लोगों के 28 ठिकानों पर 90 घंटे तक कार्रवाई की और शनिवार की देर शाम को लौट गयी है। उसी शाम आर्थिक अपराध की टीम भागलपुर पहुंची है।

गुंडा बैंक संचालन के आरोप में चार दिन तक चली आयकर विभाग की छापेमारी में करोड़ों रुपये की कर चोरी सहित अरबों रुपये की संपत्ति के खुलासे की बात चर्चे में है। एक दर्जन मुख्य आरोपियों के देवघर, दिल्ली, भागलपुर, सुल्तानगंज, पूर्णिया, कोलकाता और गोड्डा समेत देशभर के 30 ठिकानों पर 200 से अधिक आयकर अधिकारियों ने एक साथ कार्रवाई की थी।

निवर्तमान डिप्टी मेयर राजेश कुमार वर्मा के यहां ही 50 करोड़ की कर चोरी पकड़ी गयी है। सरकारी रेट के अनुसार दस करोड़ की कुल कीमत की जमीनों के दस्तावेज भी मिले हैं।

छापेमारी के दौरान सभी के यहां से भारी मात्रा में कैश, दो करोड़ से अधिक कीमत के आभूषण, कई करोड़ के निवेश के दस्तावेज मिले हैं। आयकर की टीम ने आरोपियों के यहां से लैपटॉप, पेनड्राइव आदि भी जब्त किया है।

आयकर विभाग को अभी तक जो दस्तावेज मिले हैं, उसके आधार पर निवर्तमान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा सहित विजय कुमार यादव, रवि जालान, शिवम चौधरी आदि के गुंडा बैंक से जुड़े होने की पड़ताल की जा रही है।

आयकर सूत्रों की मानें, तो सोमवार को बैंक खुलने के साथ लोकल अधिकारी कई शाखाओं में गये। इस दौरान बैंकों से स्टेटमेंट भी मांगा गया। हालांकि कुछ जगहों से स्टेटमेंट मिला, तो कई जगहों पर दूसरे दिन उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है। जिन शाखाओं से आग्रह किया, वहां से टीम लौट गयी। सूत्र की मानें, तो जिनकी गाड़ी से पोस्ट डेटेड चेक मिला था, उसके बारे में भी बैंक से पता कर रही है।