सुकिंदा (ओडिशा)। टाटा स्टील की सीएसआर शाखा टाटा स्टील फाउंडेशन (टीएसएफ) ने ओडिशा के जाजपुर जिले में स्थित टाटा स्टील माइनिंग सुकिंदा क्रोमाइट माइन के सबल केंद्र में एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया। रणसोल, कालियापानी, कंसा, चिंगुडीपाल ग्राम पंचायतों के आस-पास के गांवों के रहनेवाले 138 दिव्यांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) ने पहचान और प्रमाणीकरण के लिए अपना नाम दर्ज कराया।
जाजपुर के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ बीएन बारिक ने कहा, ‘इससे दिव्यांगों को बहुत मदद मिलेगी, क्योंकि उन्हें आवेदन की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए जाजपुर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि जिला प्रशासन एचआईवी और टीबी रोगियों के इलाज के लिए टीएसएफ और टाटा स्टील माइनिंग के साथ भी सहयोग करेगा।’
टीएसएमएल के प्रबंध निदेशक पंकज सतीजा ने सभी समर्थन के लिए जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया। कहा कि टाटा स्टील माइनिंग एक समावेशी समाज के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। हम इस वर्ष के भीतर सुकिंदा ब्लॉक के पीडब्ल्यूडी की पहचान, प्रमाणन और संतृप्ति (आईसीएस) के लिए जाजपुर की जिला चिकित्सा टीम के साथ सहयोग करेंगे।
इस अवसर पर टीएसएमएल के सीनियर जनरल मैनेजर शुशांत कुमार मिश्रा, डॉ नाथ शर्मा, डॉ शांतनु साहू, डॉ श्रीकानत कुमार जेना, डॉ स्नेहासिस दीक्षित, डॉ देबासीस मानस रंजन परिदा, जिला चिकित्सा दल के डॉ जयदेव नंदा उपस्थित थे।
नोआमुंडी में सबल की शुरुआत 2017 में इनेबल इंडिया के सहयोग से की गयी थी, जिसका उद्देश्य दिव्यांग व्यक्तियों के लिए जागरुकता बढ़ाना और एक संवेदनशील वातावरण बनाने की दिशा में काम करना है जो समान अधिकार और सम्मान सुनिश्चित करता है। वर्तमान में, टीएसएफ पूरे भारत में तीन सबल केंद्र का संचालन कर रहा है।