रांची। झारखंड की राजधानी रांची के कांके प्रखंड के पिठोरिया थाना क्षेत्र के बालू गांव स्थित सरकारी चापानल को गुरुवार को अतिक्रमण मुक्त किया गया। चापानल अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए बीडीओ शीलवंत भट्ट ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता भीम टोप्पो को पिछले 6 महीना के भीतर चार बार पत्र लिखा। तब जाकर कनीय अभियंता ने कोकदोरो पंचायत के मुखिया उज्ज्वल पहान की देखरेख में चापानल को कब्जे से मुक्त कराया।
उक्त सरकारी चापानल गांव के सरकारी जमीन पर ग्रामीणों के उपयोग के लिए लगाया गया था। इसे गांव के ही राजेंद्र गोप द्वारा पिछले एक वर्ष से हैंड पंप हटाकर समरसेबल पंप लगाकर व्यक्तिगत उपयोग कर रहा था। इससे उक्त चापानल से ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा था। वे दूर जाकर पानी लाने को मजबूर थे।
इसके बाद ग्रामीणों ने पंचायत स्वयं सेवक अमित महतो के माध्यम से बीडीओ को ज्ञापन देकर चापानल हटाने की मांग की थी। इससे क्षुब्ध होकर राजेंद्र गोप ने अमित महतो की पिटाई कर दी थी। तब राजेंद्र गोप की पत्नी रीना देवी ने उल्टा मारपीट का आरोप अमित पर लगाकर पिठोरिया थाना में मामला दर्ज कराई थी। चापानल से समरसेबल हटकार हैंड पंप लगा दिये जाने के बाद ग्रामीणों में खुशी की लहर है।