जमशेदपुर। टाटा एजुकेशन एक्सलन्स प्रोग्राम (टीईईपी) ने जेएन टाटा वोकेशनल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (जेएनटीवीटीआई) के सहयोग से कासीडीह हाई स्कूल में एक वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया है। कक्षा 9 के विद्यार्थियों के लिए यह 3 महीने का अनिवार्य कार्यक्रम है।
इस कार्यक्रम को स्कूल के पाठ्यक्रम में एकीकृत किया गया है। तीन वोकेशनल कौशलों में से चुनने के विकल्प के साथ हॉबी क्लास में आयोजित किया जा रहा है। इसमें कौशल की प्रारंभिक सैद्धांतिक अवधारणाओं के एक लघु पाठ्यक्रम पुस्तक के साथ व्यावहारिक और प्रायोगिक प्रशिक्षण शामिल है। यह प्रशिक्षण कौशल को समझने में विद्यार्थी की क्षमता के संतोषजनक स्तर को सुनिश्चित करने के लिए प्रदर्शन मानदंडों के एक सेट को पूरा करने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करता है।
इस अवसर पर चाणक्य चौधरी (चेयरपर्सन, टीईईपी इग्जेक्यूटिव एवं वाइस प्रेसिडेंट, कॉर्पोरेट सर्विसेज, टाटा स्टील), रुचि नरेंद्रन (सदस्य, टीईईपी इग्जेक्यूटिव कमेटी) और मैनेजिंग ट्रस्टी, जुस्को एजुकेशन मिशन (जेईएम) फाउंडेशन ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उद्घाटन समारोह में ए एफ मैडोन (एडमिनिस्ट्रेटर जेईएम फाउंडेशन, सदस्य टीईईपी इग्जेक्यूटिव कमेटी), डॉ पंकज कुमार (चीफ टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट एंड कॉरपोरेट क्वालिटी एश्योरेंस, सीक्यूए, टाटा स्टील), तृप्ति श्रीवास्तव (सदस्य टीईईपी कमेटी एवं चीफ टीक्यूएम और सीक्यूए डेजिग्नेट, टाटा स्टील), एमके वर्मा (डायरेक्टर जेएनटीवीटीआई) भी शामिल हुए।
प्रिंसिपल (कासी डीह हाई स्कूल) फ्रांसिस जोसेफ ने वोकेशनल ट्रेनिंग कार्यक्रम की आवश्यकता और प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। टाटा स्टील के हेड टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट, टीईईपी एंड बिजनेस असेसमेंट अंकुर गंडोत्रा ने कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं साझा कीं।
चाणक्य चौधरी ने इस बात पर बल दिया कि यह कार्यक्रम कौशल क्षेत्र को औपचारिक रूप देने में राष्ट्र के उद्देश्य के बराबर है और उद्यमिता को बढ़ावा देगा। वोकेशनल शिक्षा के जरिए कौशल वृद्धि होगी। उन्होंने इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने में कासीडीह हाई स्कूल के प्रयासों की भी प्रशंसा की तथा भविष्य में और अधिक स्कूलों में इसे लागू करने किए जाने की आशा व्यक्त की।