पटना। बड़ी खबर बिहार की राजधानी पटना से आयी है। फुलवारीशरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले में गिरफ्तार किए गए मोहम्मद अतहर परवेज के सेलफोन से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की टीमों को निलंबित बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा का पता मिला।
इस सिलसिले में अब तक चार लोगों को मुस्लिम युवकों को कट्टरपंथी बनाने और 2047 तक भारत को एक इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए हथियारों में प्रशिक्षण देने में कथित संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
एनआईए और आईबी की टीमें अब जांच में बिहार पुलिस के साथ काम कर रही हैं। टीम को इस बात का पूरा शक है कि नूपुर पैगंबर पर अपनी विवादास्पद टिप्पणियों के लिए अतहर और उसके समूह के निशाने पर भी हो सकती हैं।
एक अधिकारी के मुताबिक ‘यह काफी संदिग्ध है। जांच दल को संदेह है कि नूपुर गिरोह के निशाने पर थीं। हो सकता है कि वे उसकी हालिया विवादास्पद टिप्पणियों के लिए उससे बदला लेने की योजना बना रहे हों।
पूछताछ के दौरान, कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए, जो राष्ट्र विरोधी गतिविधियों से संबंधित हैं। आतंकी मॉड्यूल मामले में और नाम भी सामने आएंगे, जिसकी सभी पहलुओं से जांच की जा रही है।’
एक अधिकारी ने सोमवार को अतहर और उसके साथी अरमान मलिक से 48 घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद ये जानकारी दी। फिलहाल दोनों को वापस जेल भेज दिया गया है।
अतहर प्रतिबंधित स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) का पूर्व सदस्य है, जबकि अरमान पर पीएफआई और एसडीपीआई के साथ संबंध के आरोप हैं।
पटना पुलिस ने पीएम नरेंद्र मोदी के पटना दौरे से एक दिन पहले 11 जुलाई को फुलवारीशरीफ इलाके में मोहम्मद जल्लाउद्दीन और अतहर के घरों से आठ पन्नों का एक दस्तावेज बरामद किया था।’
भारत 2047- भारत में इस्लाम के शासन की ओर’ शीर्षक वाले दस्तावेज में भारत की 100वीं स्वतंत्रता वर्षगांठ तक देश में ‘इस्लामी सरकार’ स्थापित करने की साजिश का जिक्र किया गया है।