नई दिल्ली। चीनी सीमा रेखा पर एक तरफ शांति की कोशिशों के लिए 16वें दौर की सैन्य स्तर की बातचीत जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ हमारी सेना चालबाज चीन से निपटने की भी पूरी तैयारी कर रही है।
वायुसेना प्रमुख ने रविवार को एक चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम पाकिस्तान के साथ-साथ चीन से लगी बॉर्डर पर भी तैनात किया जा रहा है।
आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में IAF प्रमुख ने चीनी घुसपैठ पर बातचीत की। उन्होंने कहा कि LAC पर चीनी वायु सेना के उल्लंघन पर एयर मार्शल वीआर चौधरी ने कहा कि पूर्वी लद्दाख सेक्टर में एलएसी के साथ रडार तैनात करना शुरू कर दिए गए हैं।
धीरे-धीरे सभी राडार को अपने IACCS सिस्टम के साथ जोड़ लिया गया है, ताकि आसानी से LAC के पार वायु गतिविधि की निगरानी कर सकें।एयर चीफ मार्शल ने आगे कहा कि हमने सीमाओं के साथ सतह से हवा में जमीन पर हथियार रखने की क्षमता को भी बढ़ाया है।
इसके साथ ही निगरानी के लिए मोबाइल चौकियों बढ़ाई गई हैं। वहां तैनात सेना और अन्य एजेंसियों से हमें काफी इनपुट मिलते हैं। उन्होंने आगे कहा कि चीनी विमान और गतिविधि पर वायुसेना कड़ी निगरानी करती है।
उन्होंने बताया कि परेड फ्लाईपास्ट को चंडीगढ़ स्थानांतरित किया जा रहा है और इसे सुखना झील के ऊपर आयोजित करने की योजना है, जहां बड़ी संख्या में लोग 8 अक्टूबर को लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों के प्रदर्शन को देख सकेंगे।
वायु सेना प्रमुख ने कहा कि IAF चाहता है कि थिएटर कमांड की संरचनाएं भविष्य के लिए तैयार हों। हमें आवश्यकताओं के मुताबिक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को समय पर दोनों चीन और पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात किया जा रहा है।