पुरानी पेंशन योजना 2022 से लागू होने पर विरोध करेगा उर्दू शिक्षक संघ

झारखंड
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  • योजना जल्द कैबिनेट से पारित करने की मांग

रांची। झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ झारखंड सरकार की पुरानी पेंशन योजना की घोषणा का सशर्त समर्थन करेगी। संघ की बैठक में उक्त निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता वरीय उपाध्यक्ष नाजि‍म अशरफ ने की। इसमें केंद्रीय समिति सहित रांची, लोहरदगा, गुमला, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, पूर्वी सिंहभूम, बोकारो, चतरा आदि के प्रतिनिधियों ने हिस्‍सा लिया।

बैठक में प्रदेश महासचिव अमीन अहमद ने 26 जून, 2022 को होने वाले पेंशन जयघोष महासम्मेलन की विस्तार से जानकारी दी। उन्‍होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा पुरानी पेंशन योजना को झारखंड में लागू करने की घोषणा का स्वागत करते हैं, लेकिन राज्य सरकार को इसका लाभ 2004 से प्रभावित सभी संवर्ग के कर्मचारी, शिक्षक एवं पदाधिकारियों को दिया जाना चाहिए। अगर पुरानी पेंशन योजना को 2022 से लागू की जाती है, तो इसका विरोध किया जायेगा।

बैठक में एनएमओपीएस द्वारा रांची के मोरहाबादी स्थित बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में आयोजित पेंशन जयघोष कार्यक्रम में झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ के सभी जिला से प्रतिनिधि भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्णय हुआ। इसकी तैयारी के लिए बैठक में जिला समिति द्वारा दिशानिर्देश जारी किया गया।

बैठक का संचालन प्रदेश महासचिव अमीन अहमद और धन्यवाद कोल्हान प्रमंडल संयोजक शाहिद अनवर ने किया। मौके पर शहजाद अनवर, एनामुल हक, साबिर अहमद, गुलाम अहमद, नाजि‍म अशरफ, शाहिद अनवर, शहजाद अंसारी, मकसूद जफर हादी, मो फखरूद्दीन ने भी अपने विचार रखे। संगठन की भागीदारी सुनिश्चित करने की नीति तय की।