लोहरदगा। किसानों को वैसे फसलों की खेती के लिए प्रेरित करें, जिनमें पानी की खपत कम हो। बाजरा की खेती को बढ़ावा दें। प्रशिक्षण में ऐसे किसानों को बुलायें, जिनके क्षेत्र में पानी की कमी हो। सिंचाई के साधन सीमित हो। उक्त बातें उपायुक्त डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण ने कही। उनकी अध्यक्षता में आत्मा गवर्निंग बॉडी की बैठक 13 जून को हुई।
इसमें उपायुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि किसानों को ऐसे प्रशिक्षित करें कि वे सिंचाई के साधन स्वयं डेवलप कर सकें। किसानों को अन्य राज्यों में भ्रमण के लिए विजिट प्लान बनायें।
उपायुक्त ने कहा कि दुग्ध विकास और सहकारिता विभाग को आपसी समन्वय स्थापित कर एक कॉ-ऑपरेटिव स्थापित करें। डेयरी विकास के लिए किसानों का समूह तैयार करें। दुग्ध के उत्पाद तैयार किये जाने के लिए प्रशिक्षण से संबंधित आवश्यक निर्देश जिला सहकारिता पदाधिकारी और पशुपालन पदाधिकारी को दिया गया।
बैठक में उप विकास आयुक्त गरिमा सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी शिव कुमार राम, सहकारिता पदाधिकारी, आत्मा परियोजना निदेशक तृप्ति तिर्की, पशुपालन पदाधिकारी हरेंद्र पाल भगत और किसान उपस्थित थे।