चेन्नई। किसी शायर ने कहा है, ‘कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो।’ इसी को सच कर दिखाया है फूड डिलीवरी बॉय गणेश मुरुगन ने।
गणेश देश के पहले व्हीलचेयर फूड डिलीवरी बॉय हैं। वे अपनी व्हीलचेयर पर ही फूड की डिलीवरी करते है। दिव्यांग होने के बाद भी चेन्नई के गणेश ने परिस्थितियों से समझौता नहीं किया।
खुद्दार गणेश ने हौसला रखा। उसका सामना किया। रास्ता निकाला और आत्मनिर्भरता की राह पकड़ ली। वे उन सभी के लिए प्रेरणा हैं, जो मुसीबतों से लड़ने की जगह झुक जाते हैं।
उनकी इस खास व्हीलचेयर को IIT मद्रास में एक स्टार्ट-अप द्वारा डिजाइन किया गया है। टू-इन-वन मोटर चालित व्हीलचेयर को एक बटन दबाने पर अलग किया जा सकता है। पिछला हिस्सा एक साधारण व्हीलचेयर में भी बदल जाता है। हमें चुनौतियों से निपटने का संकल्प लेना होता है, फिर रास्ते खुद बनने लगते हैं।
स्टार्ट-अप ने अब तक 1300 व्हीलचेयर बनाए है। इसे चार्ज करने में 4 घंटे का समय लगता है। एक बार चार्ज करने पर यह 25 किलोमीटर का सफर तय करती है।